Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 22 Jun 2025 04:17:08 PM IST
लाइफ स्टाइल - फ़ोटो GOOGLE
Life Style: जीवन एक सफर है, जिसमें हर मोड़ पर चुनौतियाँ हमारा इंतज़ार कर रही होती हैं। कभी हालात हमारे काबू में होते हैं, तो कभी हालात हमें थकाने की कोशिश करते हैं। हमें लगने लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता। लेकिन ठीक उसी समय, जब हम हार मानने की सोचते हैं, हम असफल हो जाते हैं। जबकि हमें हार मानने से पहले एक बार और प्रयास करना चाहिए और यही वो पल होता है, जब इंसान का असली इम्तिहान होता है। ऐसे ही एक प्रेरक कहानी है एक राजा की, जो युद्ध में हारने के बाद भी हार नहीं माना और आखिरकार फिर से अपना राजपाठ हासिल कर लिया।
बहुत समय पहले की बात है, एक वीर और साहसी राजा था। लेकिन एक बड़े युद्ध में उसकी बुरी तरह हार हो गई। उसके सारे सैनिक मारे गए और वह खुद बड़ी मुश्किल से अपनीं जान बचाकर जंगल की ओर भागा। पीछे-पीछे दुश्मन सैनिक भी उसका पीछा करते हुए जंगल में पहुंच गए। भागते हुए राजा एक गहरी गुफा में छिप गया। शत्रु सैनिकों ने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन जब वो नहीं मिला, तो उन्होंने गुफा के बाहर के रास्ते को भारी-भरकम पत्थरों से बंद कर दिया।
अब राजा उस गुफा में पूरी तरह से अकेला था। ना ही गुफा से बाहर जाने का रास्ता, न कोई खाने का साधन। गुफा के अंदर अंधेरा, अकेलापन और भयंकर भूख-प्यास। राजा थक कर चूर हो चुका था। उसका शरीर भी जवाब देने लगा था और मन में डर और हार का भाव घर कर गया। उसे लगने लगा कि अब जीवन खत्म होने वाला है। कोई रास्ता नहीं बचा। लेकिन उसी समय उसे अपनी माँ की कही एक बात याद आई – “कुछ तो कर, यूं ही मत मर।
यह एक छोटी-सी बात थी, लेकिन इसने राजा की सोच ही बदल दी। माँ की बात याद आते ही राजा को एक नई ताकत महसूस हुई। उसने सोचा कि जब तक सांस है, तब तक कोशिश करनी चाहिए। चाहे रास्ता कितना भी मुश्किल क्यों न हो, उसे कोशिश करनी होगी। उसके बाद राजा ने गुफा के पत्थरों को हटाने की कोशिश शुरू कर दी। अकेले, भूखे-प्यासे और थके होने के बावजूद वह पत्थर हटाता रहा, हलाकि यह आसान नहीं था, लेकिन उसका जज़्बा मजबूत था।
घंटों की मेहनत और संघर्ष के बाद आखिरकार वह गुफा से बाहर निकलने में सफल हो गया। घंटों की मेहनत और संघर्ष के बाद आखिरकार वह गुफा से बाहर निकलने में सफल हो गया। गुफा से बाहर निकलते ही राजा अपने एक मित्र राजा के पास गया और अपनी सारी कहानी सुनाई। मित्र राजा ने उसकी मदद करने का वादा किया और दोनों ने मिलकर दुश्मनों पर हमला किया। एक संगठित योजना और साहस के साथ उन्होंने दुश्मनों को हराया और अंत में राजा ने अपना खोया हुआ राज्य फिर से हासिल कर लिया।
कहानी से क्या सीख मिलती है?
ये एक राजा की जीत की कहानी है, इसमें सफलता के 4 सूत्र बताए गए हैं...
1. हार मानना ही असली हार है
अगर राजा गुफा में बैठकर सोच लेता कि अब कुछ नहीं हो सकता, तो शायद वह वहीं पर मर जाता। लेकिन उसने एक आखिरी बार प्रयास करने की ठानी और वही उसकी जीत की शुरुआत बनी। जीवन में भी जब हम हार के करीब होते हैं, तो एक आखिरी कोशिश हमें नई राह दिखा सकती है।
2. कठिन समय में सकारात्मक सोच सबसे बड़ी ताकत होती है
राजा का शरीर थक चुका था, लेकिन जब उसकी सोच बदल गई और उसे माँ की बात याद आई, तो उसी सकारात्मक सोच ने उसे जीने और संघर्ष करने की शक्ति दी। जीवन में जब हालात कठिन हों, तब आत्म-प्रेरणा सबसे बड़ा सहारा बनती है।
3. कोशिश करने वाले कभी हारते नहीं
हर समस्या का हल होता है, बस हमें उस हल तक पहुंचने के लिए लगातार कोशिश करते रहना चाहिए। राजा ने जब तक बाहर निकलने की कोशिश नहीं की, तब तक वह बंद ही था। जैसे ही उसने प्रयास शुरू किया, रास्ता मिल गया।
4. सही समय पर सही मदद जरूरी होती है
जब राजा गुफा से बाहर आया, उसने अकेले लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि अपने मित्र राजा की मदद ली। यह इस बात का प्रमाण है कि सही समय पर अगर हमें सही व्यक्ति की मदद मिल जाए, तो मुश्किलें आसान हो जाती हैं।
यह कहानी सिर्फ एक राजा की नहीं, हम सबकी है। हम सभी अपने जीवन में कभी न कभी ऐसी गुफा में फंसते हैं परेशानियों, तनाव, थकावट या असफलता की गुफा में। लेकिन अगर हम एक बार फिर कोशिश करें, खुद पर विश्वास रखें, और जरूरत होने पर मदद लें, तो हम किसी भी गुफा से बाहर निकल सकते हैं।