Life Style: इन चीजों को खाने से पहले जरूर भिगोएं, नहीं तो सेहत को हो सकता है नुकसान

Life Style: आप जो कुछ भी खाते हैं, वह आपकी सेहत को फायदा भी पहुंचा सकता है और यदि सही तरीके से न खाया जाए तो नुकसान भी. यह जरूरी है कि भोजन को केवल सही मात्रा में ही नहीं, बल्कि सही तरीके से भी खाया जाए.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 20 Jun 2025 09:33:25 AM IST

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लाइफ स्टाइल - फ़ोटो GOOGLE

Life Style: आप जो कुछ भी खाते हैं, वह आपकी सेहत को फायदा भी पहुंचा सकता है और यदि सही तरीके से न खाया जाए तो नुकसान भी। इसलिए यह ज़रूरी है कि भोजन को केवल सही मात्रा में ही नहीं, बल्कि सही तरीके से भी खाया जाए। अक्सर समय की कमी या जानकारी के अभाव में हम कई चीजें ऐसे ही खा लेते हैं, जो हमारी पाचन शक्ति पर असर डालती हैं और पोषण भी सही से नहीं मिलता। आज हम आपको ऐसी कुछ आम चीज़ों के बारे में बताएंगे, जिन्हें खाने से पहले भिगोना अनिवार्य है।


नट्स और सीड्स 

बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी जैसे नट्स और सीड्स में फाइटिक एसिड पाया जाता है, जो शरीर में आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स के अवशोषण को बाधित करता है। जब आप इन्हें कुछ घंटों के लिए पानी में भिगो देते हैं, तो यह फाइटिक एसिड काफी हद तक निष्क्रिय हो जाता है। इसके अलावा, भिगोए हुए नट्स पचने में आसान होते हैं और गैस, ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।


कच्ची सब्जियां 

ब्रोकली, फूलगोभी, और पत्ता गोभी जैसी क्रूसीफेरस सब्जियों में ऐसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं जो आयोडीन के अवशोषण में बाधा डालते हैं, जिससे थायरॉइड की समस्याएं हो सकती हैं। यदि इन सब्जियों को कुछ देर पानी में भिगोया जाए या हल्का उबाल लिया जाए, तो ये कंपाउंड कम हो जाते हैं। साथ ही, इनकी कड़वाहट भी घटती है और पाचन में आसानी होती है।


दालें और बीन्स 

दाल, चना, मूंग, राजमा जैसी चीजें प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन स्रोत होती हैं। लेकिन इनमें लेक्टिन और फाइटिक एसिड जैसे एंटी-न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, जो पाचन में गड़बड़ी और पोषक तत्वों के सही अवशोषण में रुकावट पैदा करते हैं। इन्हें भिगोने से ये तत्व टूट जाते हैं और दालें जल्दी पकती हैं, साथ ही पाचन समस्याओं से भी बचाव होता है।


ओट्स 

बहुत से लोग ओट्स को बिना भिगोए दूध या पानी में मिलाकर खा लेते हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं है। ओट्स में भी फाइटिक एसिड होता है, जिसे भिगोकर कम किया जा सकता है। रात भर भिगोए गए ओट्स (Overnight oats) न केवल पचाने में आसान होते हैं बल्कि ज्यादा स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर भी होते हैं।


अनाज 

चावल, जौ और क्विनोआ जैसे अनाज में भी ऐसे एंजाइम्स और फाइटिक एसिड मौजूद होते हैं जो शरीर में पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं होने देते। भिगोने से ये एंजाइम्स निष्क्रिय हो जाते हैं और अनाज जल्दी पकते हैं, जिससे पाचन तंत्र पर दबाव कम पड़ता है और पोषण बेहतर तरीके से मिलता है।


सिर्फ यह जानना कि क्या खाना है, पर्याप्त नहीं है। यह भी जानना ज़रूरी है कि कैसे खाना है। भिगोकर खाने की आदत न केवल पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है, बल्कि आपको मिलने वाले पोषण को भी दोगुना कर देती है। अगली बार जब आप बादाम, दाल, ओट्स या चावल का सेवन करें, तो याद रखें। थोड़ा समय निकाल कर उन्हें भिगोना आपकी सेहत के लिए एक छोटी सी लेकिन बेहद जरूरी आदत हो सकती है।