ब्रेकिंग न्यूज़

शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा

Mathura vrindaban holi 2025: वृंदावन में विधवाओं की ऐतिहासिक होली... 2000 विधवाएं बनाएंगी विश्व रिकॉर्ड

Mathura vrindaban holi 2025; इस साल वृंदावन में होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव और समावेशिता का प्रतीक बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के तहत, 2000 से अधिक विधवाएं एक साथ होली खेलेंगी.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Mar 2025 04:53:38 PM IST

वृंदावन होली, Vrindavan Holi, विधवा होली, Widow Holi, मथुरा वृंदावन, Mathura Vrindavan, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, Guinness World Record, सामाजिक बदलाव, Social Change, सशक्तिकरण, Empowerment, समावेशिता, In

प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो google

Mathura vrindaban holi 2025 : मथुरा-वृंदावन की होली न केवल अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इस बार यह सामाजिक बदलाव का प्रतीक के नज़ारे भी दिख रहें है । उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के तहत, वृंदावन में 2000 से अधिक विधवाएं एक साथ मिलकर होली के रंग में सराबोर होंगी , जिससे यह आयोजन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने की ओर अग्रसर है ।

वृंदावन की अनोखी होली

परंपरागत रूप से भारत में विधवाओं को सामाजिक आयोजनों और त्योहारों से अलग रखा जाता था, लेकिन भगवान कृष्ण की नगरी वृंदावन में इस सोच को बदलने की पहल की गई है। अब यह आयोजन सिर्फ रंगों का उत्सव नहीं, बल्कि सशक्तिकरण और समावेशिता का प्रतीक  भी  बन चुका है। हर साल हजारों विधवाएं इस त्योहार को रंगों, संगीत और भक्ति के साथ मनाती हैं, लिहाजा उनके जीवन में नई ऊर्जा का संचार होता है,और उनको भी होली के इस उत्सव में आनंद लेने का मौका मिलता है .

इस बार विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

इस वर्ष, उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय सामाजिक संगठनों के सहयोग से, विधवाओं की होली 2025 को विश्व रिकॉर्ड से जोड़ने की योजना बनाई गई है। इस आयोजन में पारंपरिक लोक गीत, भक्ति संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी, साथ ही ऑर्गेनिक रंगों का उपयोग किया जाएगा। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय मीडिया, गणमान्य व्यक्ति और भक्तों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारियों की मौजूदगी में इस ऐतिहासिक आयोजन को दर्ज करने का प्रयास किया जाएगा। वृंदावन की यह होली न केवल आनंद और उल्लास का पर्व होगी, बल्कि सामाजिक समरसता और विधवाओं के पुनर्सम्मान का भी प्रतीक बनेगी।