Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका Ayodhya Temple : प्राण प्रतिष्ठा से अलग होगा राम मंदिर निर्माण का पूर्णता समारोह,जानिए क्या है ख़ास तैयारी Bihar Election 2025: आरजेडी उम्मीदवार भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी जब्त, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन Bihar Election 2025: आरजेडी उम्मीदवार भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी जब्त, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन Bihar Elections : सहनी के लिए तेजस्वी ने अपने कैंडिडेट को पार्टी से निकाला, अब गौड़ा बौराम सीट पर किसे समर्थन देंगे लालू यादव हो गया क्लियर Bihar Election 2025: PM मोदी के कैमूर दौरे की तैयारी तेज, इस दिन विशाल जनसभा को करेंगे संबोधित
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 13 Jan 2025 01:02:19 PM IST
आईएएस अंसार शेख - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
UPSC Success Story : UPSC हमारे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और आईआरएस अधिकारी बनने के लिए परीक्षा देते हैं। कई उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए 2-3 प्रयास करते हैं फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है। लेकिन कड़ी मेहनत के बल पर पहले ही प्रयास में इस एग्जाम को क्रैक कर लिया है अंसार शेख ने।
पिता ऑटो रिक्शा चालक, मां खेत में काम करने वाली और बेटा बन गया है आईएएस ऑफिसर। जी हां यह कहानी सच में बहुत हीं प्रेरणादायक है। घर की आर्थिक तंगहाली से जूझकर कड़ी मेहनत के दम पर अंसार शेख देश के सबसे कम उम्र के आईएएस अधिकारी बन गए हैं।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के रहने वाले अंसार ने 21 साल की उम्र में पहले ही अटैम्ट में यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर ली है। उन्होंने परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 361 हासिल की है। उनके पिता यूनुस शेख अहमद ऑटो रिक्शा चालक हैं और मां खेत में काम करती है। अंसार के घर के हालात ऐसे थे कि उनका ज्यादा पढ़ पाना मुश्किल था। लेकिन मां-बाप ने अपने होनहार बेटे की पढ़ाई में ब्रेक नहीं लगने दिया।
पिता ऑटो रिक्शा चलाकर और मां ने खेत में काम करके बेटे को पढ़ाया। आज बेटे ने मां-बाप की मेहनत को जाया नहीं होने दिया और फर्स्ट अटेम्प्ट में ही इतनी मुश्किल परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। महाराष्ट्र के जालना जिले के शेल गांव से ताल्लुक रखने वाले अंसार ने ऑल इंडिया रैंक 361 प्राप्त की है।