मोतिहारी: तालाब में नहाने गए दो दोस्तों की डूबने से मौत, गांव में छाया मातम BHOJPUR: बड़हरा से तीसरा तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना, अजय सिंह की पहल से 5000 यात्रियों के संकल्प की ओर बढ़ा एक और कदम Bihar News: पैसा खर्च करने में विफल रहने वाले DDC पर लटकी तलवार....सरकार ने जारी किया यह आदेश,जानें... Bihar News: इस जिले में बनेगा बिहार का दूसरा टाइगर रिजर्व, राज्य सरकार ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव Bihar News: इस जिले में बनेगा बिहार का दूसरा टाइगर रिजर्व, राज्य सरकार ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग ने अपने इस आदेश को किया स्थगित, 'शिक्षकों' को लेकर जारी हुआ था पत्र..आज 'सचिव' ने निकाला नया आदेश Bihar News: बिहार में शराब के खिलाफ तेज होगा अभियान, रडार पर दूसरे राज्यों के 305 तस्कर, अबतक 9 दोषी को फांसी की सजा Bihar News: बिहार में शराब के खिलाफ तेज होगा अभियान, रडार पर दूसरे राज्यों के 305 तस्कर, अबतक 9 दोषी को फांसी की सजा Bihar News: बिहार में 2740 करोड़ की सड़क परियोजना से समग्र विकास की दिशा को मिलेगी मजबूती, मंत्री नितिन नवीन ने बताया प्लान Bihar News: बिहार में 2740 करोड़ की सड़क परियोजना से समग्र विकास की दिशा को मिलेगी मजबूती, मंत्री नितिन नवीन ने बताया प्लान
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Tue, 28 Jan 2025 01:45:21 PM IST
क्रिस गोपालकृष्णन के खिलाफ केस दर्ज - फ़ोटो google
Kris Gopalakrishnan Infosys Co-Founder: कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु में INFOSYS के को-फाउंडर क्रिस गोपालकृष्णन के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। उनके अलावा भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) के पूर्व डायरेक्टर बलराम और 16 अन्य लोगों के खिलाफ भी इस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बेंगलुरु के 71वें सिविल और सेशन कोर्ट (CCH) के निर्देश पर सदाशिव नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले के शिकायतकर्ता दुर्गाप्पा आदिवासी बोवी समुदाय से हैं। वो भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) में सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में एक फैकल्टी मेंबर थे। उन्होंने आरोप लगाया कि साल 2014 में उन्हें हनी ट्रैप के झूठे मामले में फंसाया गया और बाद में IISC की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया, जहां क्रिस गोपालकृष्णन बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य के रूप में काम करते हैं। IISC के सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में फैकल्टी मेंबर रहे दुर्गाप्पा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जातिवादी गाली और धमकियां दी गईं। इस मामले में दूसरे आरोपियों में गोविंदन रंगराजन, श्रीधर वारियर, संध्या विश्वेश्वरैया, हरि केवीएस, दासप्पा, बलराम पी, हेमलता मिशी, चट्टोपाध्याय के, प्रदीप डी सावरकर और मनोहरन शामिल हैं।
आपको बता दें कि इंफोसिस की स्थापना पुणे में की गई थी। फिलहाल इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। गोपालकृष्णन ने 2007 से 2011 तक इंफोसिस के सीईओ और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया। क्रिस गोपालकृष्णन 2011 से 2014 तक इस कंपनी के उपाध्यक्ष और 2007 से 2011 तक चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर रहे थे। जनवरी 2011 में भारत सरकार ने गोपालकृष्णन को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया था।