Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह कब है? जानिए देवउठनी एकादशी की पूरी पूजा विधि candidate list : JDU ने जारी की कैंडिडेट के नाम की पहली लिस्ट, 57 लोगों का नाम शामिल;यहां देखें पूरी लिस्ट Supreme Court on Diwali: दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी सौगात, शर्तों के साथ दी ग्रीन पटाखों की इजाजत Supreme Court on Diwali: दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट की बड़ी सौगात, शर्तों के साथ दी ग्रीन पटाखों की इजाजत Bihar Election 2025: जन सुराज के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे यूट्यूबर मनीष कश्यप, शुभ मुहूर्त में करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: जन सुराज के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ेंगे यूट्यूबर मनीष कश्यप, शुभ मुहूर्त में करेंगे नामांकन Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा यादव चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं, पटना पहुंचते ही एक्टर ने किया खुलासा Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा यादव चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं, पटना पहुंचते ही एक्टर ने किया खुलासा Bihar News: फतुहा विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे रंजीत कुमार चंद्रवंशी...कर दिया ऐलान, Sapna Choudhary Cases: सपना चौधरी पर एक-दो नहीं, पूरे 35 केस! खुद बोलीं – विवाद मेरा पीछा नहीं छोड़ते
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 07 Aug 2025 08:34:15 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Indian Railways: भारतीय रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वाले माता-पिता की परेशानी को कम करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर IRCTC ने पेंट्री कार वाली ट्रेनों में मिल्क बैंक स्थापित करने का फैसला किया है, ताकि बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इस योजना के तहत राजधानी, शताब्दी, दूरंतो और अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों जैसे भागलपुर-दिल्ली आनंद विहार, जम्मू तवी एक्सप्रेस और बेंगलुरु एक्सप्रेस में मिल्क बैंक शुरू किए जाएंगे। IRCTC के AGM बीरेंद्र भट्ट ने बताया कि यह सुविधा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुनिंदा ट्रेनों में शुरू होगी और सफलता के आधार पर इसे सभी लंबी दूरी की ट्रेनों में लागू किया जाएगा।
मिल्क बैंक में अत्याधुनिक रेफ्रिजरेटर और वार्मर लगाए जाएंगे, ताकि यात्री अपने बच्चों के लिए दूध को सुरक्षित रख सकें और जरूरत पड़ने पर सही तापमान पर गर्म कर सकें। IRCTC ने दूध की अनुपलब्धता की शिकायतों को गंभीरता से लिया है और पूर्व रेलवे की CPRO दीप्तिमय दत्ता ने कहा कि पेंट्री कार वाली ट्रेनों में दूध उपलब्ध कराना अनिवार्य किया गया है। आपात स्थिति में उच्च गुणवत्ता वाला पैकेट दूध भी प्रदान किया जाएगा। यह सुविधा उन ट्रेनों में प्राथमिकता पर लागू होगी, जिन्हें गंतव्य तक पहुंचने में 24-48 घंटे लगते हैं, ताकि बच्चों के पोषण में कोई कमी न आए।
यह पहल 2017 में शुरू की गई मिल्क डिलीवरी सेवा का विस्तार है, जिसमें यात्रियों को स्टेशनों पर स्पिल-प्रूफ थर्मो पैकेज में गर्म दूध उपलब्ध कराया जाता था। नई योजना में ट्रेनों के अंदर ही स्थायी समाधान पर जोर है। रेलवे ने पहले भी खाद्य अपशिष्ट रोकने के लिए हबली स्टेशन पर पब्लिक रेफ्रिजरेटर शुरू किया था, जिसे यात्रियों ने सराहा भी था। मिल्क बैंक के लिए रेलवे रेफ्रिजरेटेड सुविधाओं का उपयोग कर सकता है, जिसमें 17 टन क्षमता वाले रेफ्रिजरेटेड पार्सल वैन पहले से विकसित किए जा चुके हैं। यह तकनीक दूध को ताजा रखने में काफी मददगार होगी।
इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत 2025 के अंत तक होने की उम्मीद है, जिसमें यात्रियों की प्रतिक्रिया के आधार पर सुधार किए जाएंगे। रेलवे ने स्टेशनों और ट्रेनों में दूध की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय डेयरी और NGOs के साथ सहयोग की योजना बनाई है। यात्रा के दौरान बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए IRCTC की वेबसाइट (irctc.co.in) और RailMitra जैसे प्लेटफॉर्म पर पहले से ऑर्डर की सुविधा भी उपलब्ध होगी। शिकायतों के लिए यात्री IRCTC हेल्पलाइन 139 पर संपर्क कर सकते हैं। यह कदम माता-पिता के लिए राहतकारी साबित होगा और भारतीय रेलवे की यात्री सुविधाओं को और भी बेहतर बनाएगा।