1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 15 May 2025 01:11:52 PM IST
भारत-पाकिस्तान - फ़ोटो Google
India Pakistan: पाकिस्तान की हार और उसकी आतंकवाद समर्थक नीतियों का पर्दाफाश वैश्विक मंच पर एक बार फिर हुआ है। पूर्व पेंटागन अधिकारी माइकल रूबिन ने इस विषय पर बात करते हुए कहा है कि "भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमले कर पाकिस्तान को ऐसा जवाब दिया, जिसका अंदाजा उन्होंने अपने सपने में भी नहीं था। इन हमलों से पाकिस्तान इतना दहल उठा था कि डरे हुए कुत्ते की तरह अपनी पूंछ दबाकर सीजफायर की भीख मांगने लगा।"
बताते चलें कि 7 मई 2025 को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें 25 मिनट में 24 मिसाइल हमले कर पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। माइकल रूबिन ने कहा कि "भारत ने सटीकता के साथ आतंकी मुख्यालयों और प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट किया, और जब पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, तो भारत ने उनके हवाई अड्डों को तबाह कर दिया।" रूबिन ने इसे भारत की सैन्य और कूटनीतिक जीत बतालाया है, जिस वजह से अब पूरे विश्व का ध्यान अब पाकिस्तान की आतंकवाद प्रायोजक नीति पर केंद्रित हो गया है।
पाकिस्तान ने 10 मई को भारत से सीजफायर की गुहार लगाई थी, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया। हालांकि, पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में इसका उल्लंघन भी कर दिया था। रूबिन ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "पाकिस्तानी सेना इस हार को छुपाने के लिए कोई बहाना नहीं बना सकती।" उन्होंने पाकिस्तानी सेना को "पाकिस्तानी समाज पर कैंसर" करार दिया है और सेना प्रमुख आसिम मुनीर की क्षमता पर सवाल उठाए, यह पूछते हुए कि क्या वह अपनी नौकरी बचा पाएंगे?
इसके अलावा रूबिन ने यह भी उजागर किया कि पाकिस्तानी सेना और ISI का आतंकवादियों से गहरा रिश्ता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों का आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होना इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि "आतंकी और पाकिस्तानी सेना में कोई अंतर नहीं है।"