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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 10 Feb 2025 01:06:01 PM IST
Google Maps - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
Google Maps : यदि आप कहीं ट्रिप पर गए हो और अचनाक से रास्ता भूल गए और आपको रास्ते में कोई भी नजर आ रहा हो तो आप सबसे पहले गूगल मैप को ही याद करते हैं। लेकिन,अब Google Maps के लिए इंडियन सड़कें UPSC एग्जाम जैसी हो गई हैं। ऐसे तो इस एप के आए हुए इंडिया में 17 साल हो गए हैं मगर इनसे अभी भारत की सड़कों के रास्ते कहां तक हैं यह बातें क्लीयर नहीं हो रही हैं।
2008 में मैप्स ने इंडिया में एंट्री ली थी और अगले साल वयस्क हो जाएंगे मगर हरकतें अभी भी बच्चों जैसी ही हैं। आए दिन गड़बड़ी की शिकायत सुनने को मिलती है। यह कभी किसी को सीढ़ी पर उतार दिया तो कभी किसी को रेगिस्तान में। हालांकि पूरी गलती मैप की भी नहीं मान सकते क्योंकि उसमें लिखा गया है कि आप अपने विवेक का इस्तेमाल अवश्य करें मगर इस बार कुछ अलग (google maps car theft incident) ही हो गया है। तो आइए जानते हैं इस बार क्या हुआ है।
दरअसल, गूगल मैप्स के भरोसे यात्रा कर रहे एक शख्स की कार चोरी हो गई। मेरठ के रहने वाले फिरोज अपने साथी नौशाद के साथ वैगनआर कार से 5 फरवरी को शामली जा रहे थे। जिस दोस्त लियाकत से मिलने जा रहे थे उसने बाकायदा लोकेशन भी भेजी थी। मगर फिरोज पहुंच गए गेंहू के खेत में। इसके बाद उनकी कार भी चोरी हो गई। अब आप भी यह सोच रहे होंगे की बाकी बातें तो चलो एक बार के लिए सही भी है मगर कार कैसे चोरी हो गई?
तो चलिए आपको बताते हैं कि हुआ क्या तो हुआ यूं कि फिरोज की कार जब रात के 2 बजे सहारनपुर हाइवे से उतरकर गेंहू के खेत में घुस गई तो उन्होंने अपने दोस्त लियाकत को फोन घुमाया। लियाकत ने उनको वापस हाइवे पर आने की सलाह दी। इसके बाद फिरोज ने कार बैक की और फिर कार जा धंसी खेत में ऐसे में परेशान फिरोज और नौशाद ने वहां से गुजर रहे लोगों से मदद मांगी और उनको तीन लोग मिल भी गए।
इसके बाद बाइक सवार इन तीन लोगों में से एक गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठा और बाकी ने लगाया धक्का। मगर इसके बाद हुआ कुछ अनोखा खेल। सबसे पहले इनकी कार खेत से बाहर आई मगर रुकी नहीं। बल्कि मदद करने वाला बंदा कार लेकर रफूचक्कर हो गया और उधर उसके दोनों साथी भी बाइक में निकल लिए।
इधर, अच्छी बात ये थी कि फिरोज के पास दो मोबाइल थे और जिसमें से एक उनके पास और एक कार में था। इसके बाद उन्होंने डायल-112 पर घटना की सूचना दी और फिर देवबंद थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट के मुताबिक फिरोज ने FIR में बताया कि गूगल मैप्स की वजह से वह खेतों के बीच रास्ते में पहुंच गया था। अब पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर किया और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस मामले में ताजा अपडेट ये है कि तीन दिन के बाद घटनास्थल से 300 मीटर दूर से कार को बरामद कर लिया गया है। कार के अंदर पूरा सामान भी जस का तस मिला है। वैसे पुलिस इस पूरे मामले को कार फाइनेंस से भी जुड़ा हुआ मान रही है।