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Bihar cabinet formation : दिल्ली से पटना तक हलचल: अमित शाह से 3 घंटे की बैठक के बाद बिहार में नई सरकार की तस्वीर साफ ! कल खुद बिहार आ रहे भाजपा के चाणक्य

बिहार में नई सरकार बनने की प्रक्रिया अब पूरी तरह तेज हो गई है। दिल्ली से पटना तक सत्ता के गलियारों में हलचल बढ़ गई है। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, जदयू सांसद ललन सिंह और केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के स

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 18 Nov 2025 02:34:05 PM IST

Bihar cabinet formation : दिल्ली से पटना तक हलचल: अमित शाह से 3 घंटे की बैठक के बाद बिहार में नई सरकार की तस्वीर साफ ! कल खुद बिहार आ रहे भाजपा के चाणक्य

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Bihar cabinet formation : बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच चुकी है। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पिछले दो दिनों से दिल्ली और पटना, दोनों ही सत्ता समीकरणों को अंतिम रूप देने के राजनीतिक केंद्र बने हुए हैं। मंगलवार को राजधानी दिल्ली में जदयू के शीर्ष नेताओं और भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के बीच करीब तीन घंटे तक चली अहम बैठक ने सरकार गठन की तस्वीर और स्पष्ट कर दी है।


सूत्रों के अनुसार, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री और पार्टी नेता, तथा जदयू के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ लंबी बैठक की। इस बैठक में बिहार में आने वाली एनडीए सरकार की रूपरेखा, मंत्रिमंडल का आकार, प्रमुख विभागों का बंटवारा और सत्ता संतुलन पर विस्तार से चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बन चुकी है और अब सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है।


मंत्रिमंडल का प्रारूप लगभग तय

बैठक के बाद संकेत मिल रहे हैं कि बिहार में बनने वाली नई सरकार के मंत्रिमंडल का स्वरूप लगभग तय कर लिया गया है। जदयू और भाजपा दोनों दल अपने-अपने हिस्से के मंत्रालयों को लेकर संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं। हालांकि अंतिम घोषणा एनडीए विधायक दल की बैठक के बाद होगी। लेकिन कयास यही हैं कि इस बार मंत्रिमंडल में युवा और नए चेहरों को भी बड़ी संख्या में जगह मिल सकती है।


जदयू और भाजपा दोनों की बैठकों से तेज हुई गतिविधि

दिल्ली में हुई बैठक के बाद जदयू ने कल  पटना में अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है। पार्टी ने अपने विधायकों को एकजुट होकर नई सरकार की रणनीति पर सहमति जताने के लिए तैयार रहने को कहा है। दूसरी ओर भाजपा ने भी अपने विधायकों की बैठक का ऐलान कर दिया है। दोनों दलों की अलग-अलग बैठकों के बाद दोपहर में एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक होगी। माना जा रहा है कि इसी बैठक में अगले मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य अहम पदों पर अंतिम मुहर लगेगी।


नेतृत्व चयन पर रहेगी सबकी नजर

एनडीए विधायक दल की बैठक में दो अहम फैसले लिए जाएंगे एनडीए विधायक दल का नेता कौन होगा? इसके साथ ही भाजपा विधायक दल के नेता और उपनेता कौन होंगे?परंपरा के अनुसार, भाजपा में विधायक दल का नेता आमतौर पर बिहार में उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालता है। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस बार किस चेहरे पर भरोसा जताती है। कुछ नाम चर्चा में जरूर हैं, लेकिन भाजपा का शीर्ष नेतृत्व निर्णय को पूरी गोपनीयता से आगे बढ़ा रहा है। जदयू की ओर से भी स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री का चेहरा वही होगा जिसे पार्टी और एनडीए सर्वसम्मति से स्वीकार करे। नीतीश कुमार के करीबी लगातार सक्रिय हैं और पार्टी नेतृत्व तमाम संभावनाओं पर चर्चा कर रहा है।


अमित शाह की निगरानी में अंतिम रणनीति

सबसे अहम बात यह है कि प्रदेश में सरकार गठन की पूरी प्रक्रिया पर अमित शाह खुद निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वे जल्द ही पटना भी पहुंच सकते हैं और एनडीए सरकार के सुचारु गठन को सुनिश्चित करने के लिए कई दौर की बैठकें कर सकते हैं।


भाजपा चाहती है कि सरकार गठन में कोई भ्रम अथवा विवाद न रह जाए, इसलिए संगठन और सरकार के बीच संतुलन बनाने की कवायद तेज है। जदयू भी इस बार स्पष्ट रूप से अपनी भूमिका तय करना चाहता है ताकि आने वाले दिनों में किसी भी तरह के मतभेद की स्थिति निर्मित न हो।


सियासी गलियारों में चर्चा तेज

पटना के सियासी गलियारों में एक बार फिर चहल-पहल बढ़ गई है। जदयू कार्यालय, भाजपा मुख्यालय और एनडीए के नेताओं के आवासों पर लगातार बैठकों का दौर जारी है। चुनाव के बाद उत्पन्न नई राजनीतिक परिस्थितियों ने सभी दलों को एक्टिव कर दिया है।


फिलहाल पूरा बिहार इस बात पर नजर रखे हुए है कि नई सरकार की कमान किसके हाथ में होगी, कौन-कौन कैबिनेट में जगह पाएगा और किस तरह का समीकरण बनकर सामने आएगा। हालांकि अभी सबकी निगाहें कल दोपहर की महत्वपूर्ण बैठक पर टिकी हुई हैं, जहां यह तय हो जाएगा कि एनडीए की नई सरकार का स्वरूप कैसा होगा।