ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Parbatta Assembly : परबत्ता में जनसभा के दौरान कुर्सी टूटी, मंच पर चिराग और देवेंद्र फड़णवीस गिरे धड़ाम! Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Anant Singh : अनंत सिंह के जेल जाने के बाद अब मोकामा में 'ललन बाबु' संभालेंगे कमान, बदल जाएगा मोकामा का समीकरण

अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद चुनाव आयोग की चेतावनी,कहा - बिहार विधानसभा चुनाव में हिंसा बर्दाश्त नहीं, सुरक्षित मतदान करें

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयोग ने मतदाताओं और राजनीतिक दलों दोनों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करें।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 02 Nov 2025 12:59:13 PM IST

अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद चुनाव आयोग की चेतावनी,कहा - बिहार विधानसभा चुनाव में हिंसा बर्दाश्त नहीं, सुरक्षित मतदान करें

- फ़ोटो

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने एक बार फिर अपनी सख्त चेतावनी जारी की है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। आयोग के अधिकारियों ने कहा कि चुनाव में कानून का पालन अनिवार्य है और किसी भी उम्मीदवार, पार्टी कार्यकर्ता या मतदाता द्वारा हिंसा करने की कोशिश की गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा, “जहां तक हिंसा का सवाल है, इसे लेकर आयोग पूरी तरह गंभीर है। हिंसा के किसी भी मामले में कोई रियायत नहीं होगी। सभी पक्षों को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में मतदाता की सुरक्षा सर्वोपरि है और चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए।”


उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के चुनावी माहौल को शांत और सुरक्षित बनाए रखना आयोग की पहली प्राथमिकता है। आयोग की टीम हर जिले और विधानसभा क्षेत्र में निगरानी रखेगी और किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत हस्तक्षेप किया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें गिरफ्तारी और जेल भेजना भी शामिल है।


चुनाव आयोग ने मतदाताओं से भी अपील की है कि वे मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से अपने मत का प्रयोग करें। अधिकारियों का कहना है कि मतदाता ही लोकतंत्र की नींव हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना आयोग की जिम्मेदारी है। “हम सभी मतदाताओं से अनुरोध करते हैं कि वे बिना किसी डर या दबाव के मतदान करें। मतदान के दौरान किसी भी तरह के विवाद या झगड़े में मतदाता शामिल न हों और किसी भी असामाजिक गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें।”


आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों को चुनाव के दौरान संयम बरतना होगा। किसी भी प्रकार के प्रचार या विरोध प्रदर्शन में हिंसा नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों ने कहा कि चुनावी रैलियों और कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।


हालांकि, आयोग ने यह भी माना कि चुनावी समय में विवाद या तनाव की स्थिति सामान्य है, लेकिन किसी भी स्थिति में यह हिंसा में परिवर्तित नहीं होना चाहिए। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निगरानी दल सक्रिय रहेंगे, और हिंसा की किसी भी सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।


इसके अलावा आयोग ने मतदाताओं से अपील की कि वे अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग अवश्य करें। अधिकारियों ने कहा कि मतदान में हिस्सा लेना लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है और प्रत्येक नागरिक को इसे गंभीरता से निभाना चाहिए। “सभी मतदाता सुनिश्चित करें कि वे अपने मत का प्रयोग शांतिपूर्ण तरीके से करें। मतदाता ही यह तय करेंगे कि किस उम्मीदवार को बहुमत मिलता है और किसे जनता का समर्थन नहीं मिलता।”


चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि मतदाता सुरक्षा के लिए हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा गार्ड और पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे। किसी भी प्रकार के मतदाता उत्पीड़न, धमकी या दबाव की स्थिति में मतदाता सीधे चुनाव आयोग से संपर्क कर सकते हैं। आयोग ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल सुविधा भी उपलब्ध कराई है।


आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना उसकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह केवल उम्मीदवारों और दलों का ही नहीं बल्कि सभी नागरिकों का अधिकार है कि वे बिना किसी भय के मतदान कर सकें।


बिहार विधानसभा चुनाव में हर राजनीतिक दल और मतदाता से यही अपेक्षा की जा रही है कि वे लोकतंत्र की भावना को बनाए रखें और किसी भी स्थिति में हिंसा का सहारा न लें। चुनाव आयोग ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई भी व्यक्ति या दल नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें चुनाव से निष्कासन और कानूनी दंड शामिल हो सकता है।


अंत में, आयोग ने जनता से यह अपील की कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग अवश्य करें और चुनाव को सफल, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाएं। सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे मतदान केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखें और लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने में योगदान दें।