मुजफ्फरपुर में बदमाशों ने किराना दुकानदार पेट में मारी गोली, लूट का विरोध करना पड़ा महंगा BIHAR: 30 यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलटी, कई लोग घायल IGIC पटना में पुराना आउटडोर भवन टूटेगा, मरीजों को मिलेगी नई पार्किंग की सुविधा Bihar News: बिहार उद्यमी एवं व्यवसाय आयोग का गठन...एनडीए के 10 नेताओं को किया गया एडजस्ट, उद्योग विभाग ने जारी की अधिसूचना शराब माफिया ललन यादव की 2.1 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त करने की तैयारी, पुलिस ने कोर्ट में भेजा प्रस्ताव Bihar News: शिक्षा विभाग का एक भ्रष्ट DPO गिरफ्तार, रिश्वत लेते निगरानी ने पकड़ा, जानें... Bihar News: तेजस्वी नौंवी भी पास नहीं कर सके, उनपर भरोसा कैसे करें? लालू पर BJP का तंज Dsp Suspend: बीपीएससी पेपर लीक कांड के आरोपी DSP को दुबारा किया गया सस्पेंड, हाल ही में हुए थे निलंबन मुक्त Bihar Crime News: गया में 6 वर्षीय बच्ची संग हैवानियत, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार में बुनियादी ढांचे का विस्तार, बौंसी ROB के लिए वर्क ऑर्डर जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 25 Mar 2025 03:19:21 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
IMA Warning: पटना में एक निजी अस्पताल की निदेशक सुरभि राज की हत्या के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की बिहार शाखा ने डॉक्टरों को सख्त चेतावनी दी है। संगठन ने कहा कि डॉक्टरों को झोलाछाप (क्वैक) से दूरी बनाए रखनी चाहिए, अन्यथा भविष्य में किसी विवाद में फंसने पर एसोसिएशन उनकी सहायता नहीं करेगा।
आपको बता दे कि शनिवार को अपराधियों ने सुरभि राज की गोली मारकर हत्या कर दी थी, लेकिन अब तक पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।
IMA बिहार के मुख्य संरक्षक और पूर्व अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने स्पष्ट किया कि संगठन केवल योग्य और पंजीकृत डॉक्टरों के अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने कहा, "हम अपने डॉक्टरों से अपील करते हैं कि वे झोलाछाप लोगों से कोई पेशेवर संबंध न रखें। अगर वे ऐसा करते हैं और किसी समस्या में फंसते हैं, तो IMA उनकी कोई मदद नहीं करेगा।" उन्होंने यह भी बताया कि सुरभि राज और उनके पति राकेश रोशन मेडिकल पेशेवर नहीं थे, इसलिए एसोसिएशन उनके समर्थन में कोई कदम नहीं उठाएगा।
IMA बिहार के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार यादव ने भी संगठन को इस मामले से अलग रखा। हालांकि, उन्होंने सरकार से अपील की कि वह ऐसे अस्पतालों की उच्चस्तरीय जांच करवाए, जिन्हें गैर-डॉक्टर संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों को तय मानकों के अनुरूप संचालित किया जाना चाहिए और इन पर सख्त निगरानी रखी जानी चाहिए।
IMA के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने भी डॉक्टरों से झोलाछाप चिकित्सा संस्थानों से दूर रहने की अपील की। उन्होंने बताया कि जिस अस्पताल में यह घटना हुई, वह पंजीकृत डॉक्टरों द्वारा संचालित नहीं था, बल्कि वहां संभवतः जरूरत के हिसाब से पार्ट-टाइम डॉक्टरों को बुलाया जाता था। उन्होंने कहा कि संगठन ऐसे उपाय करेगा, जिससे डॉक्टर झोलाछाप लोगों के जाल में न फंसें। डॉ. अजय कुमार ने इस हत्याकांड को एक आपराधिक वारदात करार दिया और कहा कि मृतक चिकित्सक नहीं थीं, इसलिए IMA इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं देगा।