1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 24 Aug 2025 09:31:05 AM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Crime News: बिहार के मोकामा से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां परिवार की आर्थिक तंगी और पागल पति से परेशान एक महिला ने खौफनाक कदम उठा लिया है। महिला ने अपने दो बच्चों के साथ नदी में छलांग लगा दी, जिसमें महिला और उसकी बेटी डूब गई, जबकि एक युवक ने महिला के बेटे को नदी से निकालकर जिंदा बचा लिया। मृतिका की पहचान कुंदन महतो की 40 वर्षीय पत्नी मनीषा देवी के रुप हुई है।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार की दोपहर लगभग एक बजे मनीषा अपने दो बच्चों, मिस्टी कुमारी (7 वर्ष) और कार्तिक कुमार (4 वर्ष) के साथ घर से निकल गई। यह घटना मोकामा टाल क्षेत्र के चकसम्या ग्रामीण पुल पर हुई है। महिला सम्यागढ़ गांव की रहने वाली थी। बताया जा रहा है कि ई-रिक्शा पर बैठकर थोड़ी दूर चकसम्या पुल पर पहुंचकर बच्चों समेत महिला उतर गई और यह खौफनाक कदम उठा लिया।
ग्रामीणों ने बताया कि महिला एक झोला कपड़ा भी साथ लाई थी। पुल पर पहुंचकर मनीषा देवी ने झोला को रख दिया और बेटे कार्तिक को गोद में लेकर बाड़ी नदी में फेंक दिया। अपनी मां की इस क्रूरता को देख पुत्री मिस्टी ने विरोध किया। मनीषा देवी ने पुत्री को भी पकड़कर नदी में फेंक दिया और खुद भी छलांग लगा दी। घटनास्थल पर मौजुद एक युवक ने आनन फानन में नदी में छलांग लगा दिया और कार्तिक को सुरक्षित बचा लिया। वहीं, घटनास्थल से एक झोला कपड़ा और एक मोबाइल भी बरामद किया गया है। घटना की खबर सुनकर मौके पर सम्यागढ़ पुलिस पहुंचकर कैम्प कर रही है। बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी उमड़ पड़ी है। घटना के बाद स्थानीय गोताखोरों की टीम ने मिस्टी कुमारी की लाश बरामद कर ली है। महिला की तलाश की जा रही है। मनीषा देवी का पति कुंदन महतो पूरी तरह पागल बताया जाता है।
ग्रामिणों का कहना है कि मजदूर ससुर कमलेश महतो मनीषा देवी और उसके दोनों बच्चों की परवरिश कर रहे थे। पागल पति और आर्थिक तंगी से परेशान होकर मनीषा देवी ने यह खौफनाक कदम उठाया है। इस घटना के बाद मृतिका के घर कोहराम मच गया है। सम्या पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार, आर्थिक तंगी से जूझ रही मनीषा देवी पहले भी जान देने का प्रयास कर चुकी थी। बीते शुक्रवार को भी दोनों बच्चों समेत मनीषा घर से निकलकर खुदकुशी करने जा रही थी।
पड़ोसियों ने देखा तो पकड़कर घर पहुंचा दिया। छह माह पहले भी मनीषा फंदे से झूल गई थी। उस समय भी पड़ोसियों ने जान बचा ली थी। तीसरे प्रयास में मां और बेटी की जान चली गई। आर्थिक तंगी को लेकर स्वजनों से मनीषा का हमेशा झगड़ा होता रहता था। शनिवार को मनीषा बच्चों को नानी घर जाने का झूठा आश्वासन देकर घर से निकल गईं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।