गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा Bihar Crime News: शराब माफिया से यारी पड़ी भारी, ऑडियो वायरल होने पर थानेदार और ALTF प्रभारी सस्पेंड Bihar Crime News: शराब माफिया से यारी पड़ी भारी, ऑडियो वायरल होने पर थानेदार और ALTF प्रभारी सस्पेंड Bihar News: बिहार के थानेदार समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, लापरवाही बरतने पर SP ने नाप दिया
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 09 Mar 2025 08:32:28 PM IST
Dr. Balmukund - फ़ोटो social media
Road Accident :बेगूसराय के जानेमाने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बालमुकुंद की एक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा बख्तियारपुर फोरलेन पर हुआ, जहां मोकामा से बख्तियारपुर के बीच निर्माणाधीन ओवरब्रिज के कारण कुछ दूरी तक वाहनों को गलत लेन से आ रही थी । इसी दौरान उनकी कार की टक्कर सामने से आ रही एक अन्य कार से हो गई। इस टक्कर के तुरंत बाद पीछे से आ रही एक अन्य कार ने भी उनकी गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में डॉक्टर बालमुकुंद की मौके पर ही दुखद मौत हो गई।
एक साल पहले पत्नी का हुआ था निधन
डॉक्टर बालमुकुंद की जिंदगी पिछले कुछ वर्षों में बेहद कठिन दौर से गुजरी थी। करीब एक साल पहले उनकी पत्नी डॉक्टर अमृता का डेंगू के कारण निधन हो गया था। इसके अलावा, वर्ष 2017 में हुए एक बड़े सड़क हादसे में वे बाल-बाल बच गए थे, लेकिन उनकी मां की जान चली गई थी।डॉक्टर बालमुकुंद के तीन छोटे बच्चे हैं — दो बेटियां और एक बेटा। उनके बुजुर्ग पिता भी बीमार रहते हैं, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ सामने आ पड़ा है |
बेगूसराय के लोगो में गम का माहौल
डॉक्टर बालमुकुंद की मौत की खबर से जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। भारद्वाज गुरुकुल के निदेशक शिवप्रकाश भारद्वाज ने उन्हें याद करते हुए बताया कि उनकी आखिरी मुलाकात शिवरात्रि के ब्रह्मकुमारी कार्यक्रम में हुई थी। उन्होंने कहा, "डॉक्टर बालमुकुंद न सिर्फ अपने परिवार बल्कि सैकड़ों जरूरतमंदों के लिए भी एक बड़ा सहारा थे। समझ नहीं आ रहा, काल उनके साथ इतना क्रूर क्यों रहा।"
डॉक्टर बालमुकुंद की मृत्यु के बाद बेगूसराय में डॉक्टरों द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह को रद्द कर दिया गया है। उनके निधन से शहर में गहरा दुख व्याप्त है, क्योंकि वे अपने मिलनसार स्वभाव और सेवा भाव के लिए प्रसिद्ध थे।