Bihar News : इस जिले को रास ना आई होली, अब तक 5 की मौत, 54 घायल, 7 गंभीर हालत में PMCH रेफर सरकारी दावों की खुली पोल: मधुबनी में बुजुर्ग महिला को एंबुलेंस की जगह ई-रिक्शा से पहुंचाया गया घर शमी की बेटी के होली खेलने से मौलाना नाराज, कहा..ये शरीयत के खिलाफ बांस से मटका फोड़ने को लेकर जहानाबाद में बवाल, गुस्साए लोगों ने कर दिया पथराव, पुलिस कर्मी घायल Parenting Tips : अपने बच्चों को 12 की उम्र से पहले सिखाएं ये 4 अनमोल हुनर, जिंदगी में हमेशा रहेंगे आगे ‘खाकी’ वेब सीरीज वाले अमित लोढ़ा को सरकार ने दिया मजबूरी वाला प्रमोशन: आईजी से एडीजी बनाये गये लेकिन कहीं पोस्टिंग नहीं Parenting tips: अगर आप भी अपने बच्चों को सफल बनाना चाहते है... तो अभी से करें ये काम बिहार के इस जिले में हनुमान भक्तों की हुई पिटाई ...जाने क्या है पूरा मामला वहशी दरिंदे की हैवानियत का शिकार बनी 65 साल की बुजुर्ग महिला, रेप के बाद हत्या Bihar Crime News: बोधगया में विदेशी पर्यटकों के साथ होटल में लूटपाट
17-Feb-2025 09:42 PM
इंडस्ट्री बॉडी ISMA (Indian Sugar and Bio-Energy Manufacturers Association) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 15 फरवरी 2025 तक चीनी उत्पादन 12% घटकर 197 लाख टन रह गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 224.15 लाख टन था। यह गिरावट मुख्य रूप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन में आई कमी के कारण हुई है।
भारत में चीनी उत्पादन अक्टूबर से सितंबर तक चलने वाले शुगर मार्केटिंग ईयर के दौरान रिकॉर्ड किया जाता है। लेकिन इस साल महाराष्ट्र और कर्नाटक में चीनी उत्पादन में भारी गिरावट आई है।
इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण बताए जा रहे हैं:
इथेनॉल के लिए चीनी का डायवर्जन
ISMA के अनुसार, 31 जनवरी 2025 तक इथेनॉल उत्पादन के लिए 14.1 लाख टन चीनी डायवर्ट की गई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 8.3 लाख टन था। सरकार ग्रीन एनर्जी और वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने के लिए इथेनॉल उत्पादन को प्रोत्साहित कर रही है, जिससे पारंपरिक चीनी उत्पादन पर असर पड़ा है।
बाजार और आम जनता पर असर