DTU FEST : सोनू निगम पर पत्थरबाजी में घायल हुई उनकी टीम, गायक ने फिर कुछ ऐसे पाया भीड़ पर काबू BSEB 12th Result 2025: मधुबनी की सृष्टि और भोजपुर की अंशु ने कर दिया कमाल, घर में खुशी का माहौल IMA Warning: झोलाछाप डॉक्टरों से दूरी बनाएं, नहीं तो IMA मदद नहीं करेगा – सुरभि राज हत्याकांड के बाद सख्त चेतावनी GTvsPBKS : "ऐसा किसी के साथ ना हो", मैच से पहले मोहम्मद सिराज का बयान सुन भावुक हुए RCB फैंस Crime News :ज़मीन विवाद में कातिब पर जानलेवा हमला, PMCH रेफर Bihar News: पटना में 'शासन' को ठेंगा दिखा रहे डेवलपर्स ! 'मौर्य होम्स' के मालिक ने पुलिस को दी थी खुली चुनौती, 11 राउंड फायरिंग करने में 'ओनर-पार्टनर' व अन्य पर केस दर्ज, अब तक गिरफ्तारी नहीं.... High Blood pressure : इन गलत आदतों से तुरंत दूरी बना लें, नहीं तो कम उम्र में ही हार्ट पेशेंट बन सकते हैं Bihar Vidhansabha Election : भाजपा के मास्टर स्ट्रोक ने बढाई ओवैसी और लालू की बेचैनी, धरी की धरी रह गईं सारी इफ्तार पार्टियां BSEB 12th Result Time: बिहार इंटर रिजल्ट का इंतजार खत्म ! आने वाला है परिणाम..यहां देखें.... Bihar News : अपराधियों ने फ़िल्मी अंदाज में दिया लूट की घटना को अंजाम, मालिक-ड्राइवर को अगवा कर 3 घंटे कराया शहर भ्रमण
23-Mar-2025 06:31 PM
Success Story: सीखने और कुछ नया करने की कोई उम्र नहीं होती। अगर आपके पास एक सपना है, तो उसे पूरा करने के लिए आप किसी भी उम्र में मेहनत कर सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताएंगे जिन्होंने उम्र को दरकिनार करते हुए अपने सपने को सच किया और 60 साल की उम्र में अपने व्यवसाय की शुरुआत की। इस शख्स का नाम है कृष्णदास पॉल और उनकी कहानी आपके अंदर भी उत्साह और प्रेरणा भर देगी।
कृष्णदास पॉल ने 60 साल की उम्र में एसएजे फूड (SAJ Food) की स्थापना की। उन्होंने अपनी कंपनी का नाम अपने बच्चों के पहले अक्षरों शर्मिष्ठा, अर्पण, और जयिता को मिलाकर रखा। उनकी योजना शुगर-फ्री बिस्कुट बनाने की थी, और इसके लिए उन्होंने साल 2000 में बिस्क फार्म की शुरुआत की। हालांकि, यह सफर आसान नहीं था और उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। 2004 में कृष्णदास पॉल की फर्म को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी योजना को नया मोड़ दिया। उन्होंने ईस्टर्न इंडिया की ओर रुख किया और बिस्कुट की सात नई वैरायटी पेश की, जो स्थानीय स्वाद के हिसाब से बनाई गई थीं।
उनकी यह रणनीति सफल रही और उनके उत्पाद को पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों में बहुत पसंद किया जाने लगा। कृष्णदास पॉल की मेहनत और दूरदर्शिता ने उन्हें बिस्कुट उद्योग में एक प्रमुख स्थान दिलाया। 2020 में, कृष्णदास पॉल का निधन कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान हुआ। हालांकि, उनका योगदान और विरासत आज भी जीवित है। उनके बेटे अर्पण पॉल ने एसएजे फूड में एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में जिम्मेदारी संभाली और अपने पिता के सपने को आगे बढ़ाया।
एसएजे फूड ने वित्त वर्ष 2023 का समापन 2100 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ किया। इस उपलब्धि ने कंपनी को बिस्कुट उद्योग के एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया। कृष्णदास पॉल का जन्म बर्दवान के कमरकिता गांव में हुआ था। एलएलबी की पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने अपने पिता की बिजनेस और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में शामिल होकर अपना करियर शुरू किया। उनके पिता ने यह व्यवसाय 1947 में शुरू किया था।
जब परिवार के बिजनेस का बंटवारा हुआ, तो कृष्णदास पॉल ने 1974 में अपनी खुद की कंपनी अपर्णा एजेंसी की स्थापना की। उन्होंने नेस्ले, डाबर, और रेकिट एंड कोलमैन जैसे प्रमुख ब्रांड्स के लिए डिस्ट्रीब्यूशन शुरू किया। इसके बाद, 2000 में उन्होंने बिस्क फार्म की स्थापना की, जो अब पांच कारखानों के साथ ब्रिटानिया के बाद ईस्ट इंडिया में दूसरा सबसे बड़ा बिस्कुट ब्रांड बन चुका है।
कृष्णदास पॉल की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जिन्होंने अभी तक अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में कदम नहीं बढ़ाया है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि कोई भी सपना उम्र की सीमा से परे होता है, अगर आपके पास उसकी प्राप्ति के लिए संघर्ष और कड़ी मेहनत हो। कृष्णदास पॉल की जीवन यात्रा यह दिखाती है कि अगर आपने ठान लिया तो सफलता किसी भी उम्र में हासिल की जा सकती है।