BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 05 Mar 2025 04:02:12 PM IST
sensex up - फ़ोटो Social Media
हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार तेजी दिखाई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 740 अंक चढ़कर 73,730 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 254 अंक की तेजी के साथ 22,337 के स्तर पर पहुंच गया।
बाजार में सबसे ज्यादा तेजी मेटल और सरकारी बैंकों के शेयरों में देखी गई। निफ्टी का मेटल इंडेक्स 4.04% की उछाल के साथ बंद हुआ। इसके अलावा, सरकारी बैंकों का इंडेक्स 3%, मीडिया इंडेक्स 3.14%, ऑटो इंडेक्स 2.60%, और आईटी इंडेक्स 2.13% की तेजी के साथ बंद हुए। रियल्टी इंडेक्स में भी 2.32% की बढ़त दर्ज की गई। वहीं, हेल्थकेयर और फार्मा इंडेक्स में करीब 1.5% की तेजी देखी गई।
विश्लेषकों के अनुसार, बाजार में यह तेजी वैश्विक बाजारों में स्थिरता और घरेलू अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक भावना के कारण आई है। मेटल और बैंकिंग सेक्टर में मजबूत खरीदारी ने बाजार को ऊपर की ओर धकेलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निवेशक अब अगले कारोबारी दिनों में बाजार के प्रदर्शन पर नजर गड़ाए हुए हैं, क्योंकि वैश्विक और घरेलू आर्थिक संकेतकों के साथ-साथ कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।