ब्रेकिंग न्यूज़

गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा

RBI दे सकता है ब्याज दरों में कटौती का तोहफा! खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी बनी वजह

भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई है। वित्त वर्ष 2025 में देश की औसत महंगाई दर 4.8% रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 15 Feb 2025 04:14:11 PM IST

Interest Rates

Interest Rates - फ़ोटो Social Media

सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में आई गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (bps) की कटौती करने का अवसर दे सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, FY25 में औसत महंगाई दर 4.8% पर रह सकती है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर (CPI) 4.3% तक गिर गई, जो दिसंबर 2024 में 5.2% थी। खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी गिरावट से महंगाई में राहत मिली है। सब्जियों और दालों की नई फसलें आने से आगे भी महंगाई में कमी की संभावना।

महंगाई में गिरावट – किन कारणों से आई राहत?

जनवरी में महंगाई दर में आई इस गिरावट की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी कमी रही। रिपोर्ट के अनुसार, सब्जियों की कीमतों में भारी गिरावट आई है। नई फसल बाजार में आने से आपूर्ति बढ़ी। दिसंबर में 7.7% से घटकर जनवरी में 5.7% पर पहुंची। जबकि खाद्य महंगाई में 237 bps (बेसिस प्वाइंट) की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट से RBI के लिए ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है।

क्या RBI करेगा ब्याज दरों में कटौती?

महंगाई में कमी के कारण, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास मौद्रिक नीति में राहत देने का अवसर है। RBI अगले कुछ महीनों में ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है। महंगाई का दबाव कम होने से RBI अब आर्थिक विकास को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने अपनी हालिया बैठक में ‘न्यूट्रल’ स्टांस रखा, जिसका मतलब है कि आगे की दरों में कटौती आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। अगर महंगाई दर इसी तरह नियंत्रित रहती है, तो RBI विकास को गति देने के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।