BIHAR ELECTION: उपेंद्र कुशवाहा को मिलेगी एक विधान परिषद की भी सीट मिलेगी, बीजेपी का ऐलान Bihar Election 2025: मोकामा की राजनीति में दिखेगा नया रंग,दो बाहुबलियों की लड़ाई में किसे चुनेगी जनता; तेजस्वी से मिलने पहुंचे सुरजभान सिंह महागठबंधन में सीट बंटवारे के बिना ही कांग्रेस ने बांटने शुरू कर दिए सिंबल, इन विधानसभा सीटों पर कैंडिडेट को मिला टिकट Bihar election: उपेंद्र कुशवाहा ने चार विधानसभा सीट पर कैंडिडेट के नाम का किया ऐलान, पत्नी भी लड़ेगी चुनाव; BJP ने दिया एक और बड़ा गिफ्ट Bihar election: BJP ने तीसरी लिस्ट जारी कर उतारे सभी 101 सीटों पर उम्मीदवार, जानिए तीसरे लिस्ट में शामिल कैंडिडेट का नाम सासाराम में करंट लगने से मां-बेटी की दर्दनाक मौत, दीपावली की सफाई के दौरान हादसा Bihar Election 2025: कितनी संपत्ति के मालिक हैं तेजस्वी यादव? जानिए.. पत्नी और बेटा-बेटी की नेटवर्थ Bihar Election 2025: कितनी संपत्ति के मालिक हैं तेजस्वी यादव? जानिए.. पत्नी और बेटा-बेटी की नेटवर्थ Bihar News:ओबरा के NDA वोटर्स में मचा हड़कंप..! गाली-गलौज, धमकी और पिटाई करने वाले नेता को 'चिराग' ने बनाया उम्मीदवार, चर्चा- अब आतंक और बढ़ने वाला है.... Bihar Election 2025: बिहार में नामांकन दाखिल करते ही महागठबंधन का उम्मीदवार अरेस्ट, आपराधिक मामले में बड़ा एक्शन
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 10 Mar 2025 02:39:09 PM IST
fish farming pond - फ़ोटो Google
Fish farming in Bihar: बिहार में मछली उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। राज्य सरकार की योजनाओं और सब्सिडी का लाभ मिलने के कारण अब हर गांव में मछली पालन करने वाले किसान आसानी से देखने को मिल जाते हैं। खास बात यह है कि अब पढ़े-लिखे युवा भी नौकरी छोड़कर इस पेशे से जुड़ रहे हैं, जिससे वे अन्य किसानों और युवाओं के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।
ऐसे ही एक उदाहरण हैं लखीसराय जिले के सदाय बीघा गांव के रहने वाले अतुल आलोक। अतुल ने बड़े शहरों में नौकरी करने के बाद बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग से इस्तीफा दे दिया और अपने गांव लौटकर ऑर्गेनिक खेती और मछली पालन शुरू किया।
अतुल न केवल खुद आधुनिक तकनीकों के माध्यम से बेहतर मछली उत्पादन कर रहे हैं, बल्कि अपने आसपास के किसानों और गाँव के युवाओं को भी वैज्ञानिक तरीके से खेती और मछली पालन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनकी इस पहल से गांव के कई युवाओं को रोजगार मिला है अब उनको अपने परिवार से दूर जाने कि मज़बूरी नही है .लिहाजा स्थानीय लोग भी इस व्यवसाय में रुचि दिखा रहे हैं।अतुल आलोक ने अपनी मिट्टी से जुड़े रहने का जो कदम उठाया, वह अब पूरे इलाके के लिए मिसाल बन गया है। उन्होंने अपने फार्म पर स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ उन्हें इस व्यवसाय के लिए प्रेरित भी करते हैं |
आने वाले समय में अतुल आलोक अपने मछली पालन के व्यवसाय को और अधिक विस्तृत करने की योजना बना रहे हैं, ताकि किसानों को और बेहतर मुनाफा हो सके और उपभोक्ताओं को भी शुद्ध, ताजी और गुणवत्तापूर्ण मछली बाजार में उपलब्ध कराई जा सके।