अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Bihar News: बिहार के विकास दर में ऐतिहासिक छलांग, सम्राट चौधरी बोले- 10 लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने जा रही GDP Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB Nepal Protest: बिहार बॉर्डर तक पहुंची नेपाल हिंसा की आग, चेकपोस्ट पर आगजनी; अलर्ट पर पुलिस और SSB
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 29 May 2025 06:11:49 PM IST
लक्ष्मी को सम्मान - फ़ोटो google
SUPAUL: छातापुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बसंतपुर प्रखंड के बिशनपुर शिवराम पंचायत वार्ड संख्या 13 निवासी संजय झा की पुत्री लक्ष्मी ने अपनी मधुर और प्रतिभाशाली गायिकी से न केवल स्थानीय जनमानस को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि अपने क्षेत्र का नाम भी गौरवान्वित किया है।
इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए आज लक्ष्मी को काउंसिल के संरक्षक संजीव मिश्रा द्वारा एक विशेष कार्यक्रम के दौरान प्रोत्साहन राशि एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम सामाजिक सहयोग और सांस्कृतिक उन्नयन की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में आयोजित किया गया था।
लक्ष्मी की सराहना करते हुए संजीव मिश्रा ने कहा कि "गांव-गांव में छुपी हुई प्रतिभाएं हमारे समाज की असली धरोहर हैं। लक्ष्मी की गायन शैली में जो भावनात्मकता, गहराई और ऊर्जा है, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। ऐसे बच्चों को आगे बढ़ाने में हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है। काउंसिल हमेशा ऐसे प्रतिभाओं के साथ खड़ा रहेगा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, महिला समूह, स्थानीय शिक्षकगण, पंचायत प्रतिनिधि और युवा वर्ग उपस्थित रहे। सभी ने लक्ष्मी को फूल-मालाओं, तालियों और शुभकामनाओं के साथ सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। लक्ष्मी ने मंच से बोलते हुए कहा कि "मैं यह सम्मान अपने माता-पिता, गुरुजनों और सभी शुभचिंतकों को समर्पित करती हूं। यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है, और मैं आगे भी अपनी साधना से सभी का मान बढ़ाने का प्रयास करती रहूंगी।"
कार्यक्रम का संचालन संयोजक मंडल के सदस्यों द्वारा कुशलता से किया गया और समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह सम्मान समारोह इस बात का प्रमाण है कि ग्रामीण भारत की मिट्टी में आज भी ऐसी प्रतिभाएं मौजूद हैं जो उचित मंच और मार्गदर्शन मिलने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक चमक सकती हैं।