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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 07 Nov 2025 01:48:55 PM IST
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Bihar accident news : बिहार से एक बार फिर दो दर्दनाक हादसों की खबर सामने आई है। एक ओर समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड पर ट्रेन की चपेट में आने से चुनावी ड्यूटी से लौट रहे एक शिक्षक की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर बांका जिले में सड़क दुर्घटना में दो युवकों की जान चली गई। दोनों घटनाओं ने स्थानीय लोगों को गमगीन कर दिया है और परिजनों में कोहराम मच गया है।
समस्तीपुर में चुनावी ड्यूटी से लौटते शिक्षक की मौत
पहली घटना समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड की है। यहां सिंघिया घाट रेलवे स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से एक शिक्षक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी रामसेवक बैठा (55 वर्ष) के रूप में हुई है। वह हसनपुर बड़गांव मिडिल स्कूल में पदस्थापित थे और हाल ही में विधानसभा चुनाव में उनकी ड्यूटी मोहिउद्दीन नगर विधानसभा क्षेत्र में लगाई गई थी।
जानकारी के अनुसार, चुनावी ड्यूटी पूरी करने के बाद गुरुवार रात उन्होंने ईवीएम जमा किया और फिर अपने एक परिचित के घर चले गए। वहां से घर लौटने के लिए वह सिंघिया घाट स्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें हसनपुर के लिए ट्रेन पकड़नी थी। बताया जा रहा है कि स्टेशन के पास रेलवे गुमटी के समीप उन्होंने अपनी बाइक खड़ी की और पैदल ही स्टेशन की ओर बढ़ने लगे। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन आई और वह उसकी चपेट में आ गए। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक के पास मिले चुनावी परिचय पत्र के आधार पर उनकी पहचान की गई और परिजनों को सूचना दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह हादसा ट्रेन से कटने के कारण हुआ है। शिक्षक चुनावी ड्यूटी समाप्त होने के बाद अपने घर लौट रहे थे, तभी यह दुर्घटना हो गई।
बांका में सड़क हादसे में दो युवकों की मौत
दूसरी घटना बिहार के बांका जिले के पंजवारा थाना क्षेत्र की है, जहां धोरैया-पंजवारा मुख्य मार्ग पर गुरुवार देर शाम एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान रामकोल निवासी संतोष यादव और सोनू कुमार यादव के रूप में की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, दोनों युवक बाइक से पंजवारा की ओर जा रहे थे। रास्ते में एक तेज रफ्तार पिकअप वैन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद उनकी बाइक कई टुकड़ों में टूट गई, जबकि पिकअप वैन के आगे का हिस्सा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
घटना के बाद स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और सड़क पर जाम लगा दिया। पुलिस को सूचना मिलते ही पंजवारा थाना की टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, पिकअप चालक दुर्घटना के बाद वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश में जुट गई है।
लगातार बढ़ रहे हादसे, प्रशासन पर सवाल
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर राज्य में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर दिया है। एक ओर रेलवे ट्रैक पार करते समय लोगों की जान जा रही है, तो दूसरी ओर सड़क पर तेज रफ्तार वाहन लोगों की जिंदगी छीन रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सिंघिया घाट स्टेशन के आसपास उचित सुरक्षा प्रबंध नहीं हैं, जिसके कारण ऐसे हादसे अक्सर होते रहते हैं। वहीं, बांका में भी लोग प्रशासन से मुख्य मार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाने और यातायात व्यवस्था सुधारने की मांग कर रहे हैं।
परिजनों में मातम का माहौल
रामसेवक बैठा के निधन की खबर मिलते ही उनके गांव शंकरपुर में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतक शिक्षक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। वहीं, बांका के रामकोल गांव में भी दोनों युवकों की मौत के बाद मातम छा गया है। परिजन और गांव के लोग घटना को लेकर आक्रोशित हैं।
दोनों जिलों की पुलिस ने घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे जाने की प्रक्रिया जारी है। इन हादसों ने बिहार में सड़क और रेल सुरक्षा पर एक बार फिर गंभीर चिंतन की आवश्यकता उजागर कर दी है।