जिनकी शादी नहीं हो रही थी वही बने शिकार, बिहार में लुटेरी दुल्हन गैंग बेनकाब

सासाराम पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गैंग का खुलासा किया है। शादी का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने वाली दुल्हन और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। जिस व्यक्ति का विवाह नहीं हो रहा होता है, उसे ये शिकार बनाया करते हैं और मोटी रकम वसूलकर फरार हो जाते हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 30 Dec 2025 08:30:25 PM IST

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शादी के नाम पर ठगी - फ़ोटो social media

ROHTAS: बिहार के सासाराम में पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश किया है। यह गैंग अब तक कई युवकों को शादी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। सासाराम पुलिस ने इस मामले में दुल्हन और उसकी एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है।


मामला राजस्थान के जालोर जिले के ढाणी निवासी हरचंद राम से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने नौहट्टा थाना में ठगी का मामला दर्ज कराया था। थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार 27 फरवरी को सासाराम कोर्ट में अंजलि नाम की युवती से उनकी शादी कराई गई। शादी के बाद आरोपियों ने खरीदारी के बहाने अलग-अलग लोगों को नकद और ऑनलाइन माध्यम से करीब तीन लाख रुपये दिलवाए।


पीड़ित के अनुसार बरांव बाजार में सरोज देवी को 15 हजार रुपये नकद दिए गए, वहीं दीपक कुमार को 40 हजार और मनीष कुमार को 20 हजार रुपये दिए गए। इसके अलावा सरोज देवी के कहने पर ऑनलाइन ट्रांसफर भी किया गया और बाद में 70 हजार रुपये नकद दोबारा दिए गए। इसके बाद सासाराम रेलवे स्टेशन पर दुल्हन बाथरूम जाने के बहाने बाइक पर बैठकर फरार हो गई। बाद में पीड़ित को एहसास हुआ कि शादी के नाम पर उसके साथ जालसाजी हुई है। दुल्हन ने अपना पता नौहट्टा थाना क्षेत्र के भदारा गांव निवासी तुलसी साह की बेटी बताया था, जो जांच में फर्जी निकला।


इस मामले में एसपी रोशन कुमार ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि नोखा, नौहट्टा और धर्मपुर थाना की संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान धर्मपुर थाना क्षेत्र के सिसरित गांव से सरोज देवी और करवंदिया से अंजलि कुमारी को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 10 हजार रुपये नकद और दो एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए हैं।


एसपी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों महिलाओं का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है और इनके खिलाफ नौहट्टा, नोखा और सासाराम नगर थाना में पहले भी मामले दर्ज हैं। यह गिरोह दूसरे राज्यों के ऐसे पुरुषों को निशाना बनाता था जिनका विवाह नहीं हो पा रहा होता था। अंजलि को दुल्हन बनाकर शादी कराई जाती थी और मोटी रकम वसूलने के बाद वह फरार हो जाती थी। नाम और पता हमेशा फर्जी बताया जाता था। नौहट्टा थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार ने बताया कि जांच में दुल्हन और गिरोह से जुड़े सभी नाम और पते फर्जी पाए गए हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।