BIHAR: हिंदू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ताओं ने NDA उम्मीदवार को खदेड़ा, दिखाया काला झंडा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: बिहार में राजनीतिक रंजिश को लेकर मारपीट, ‘हाथी’ बनाम ‘लालटेन’ के विवाद को लेकर बवाल Test Cricket : टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा बड़ा बदलाव, लंच और टी ब्रेक का क्रम बदला जाएगा; जानिए क्या है वजह Bihar Voter Service : चुनावी सहायता अब आसान, बीएलओ के साथ करें कॉल बुक, इस टोल फ्री नंबर पर हल होंगी सभी दुविधाएं
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 27 May 2025 06:54:24 PM IST
 
                    
                    
                    प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Bihar Teacher News: रोहतास जिले में ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से फर्जी उपस्थिति दर्ज करने के मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कड़ी कार्रवाई की है। बिना कार्य किए वेतन प्राप्त करने के आरोप में कई शिक्षकों का वेतन अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है, साथ ही सेवा समाप्ति की चेतावनी भी दी गई है।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल बहाल करने और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश था लेकिन नियमों की अवहेलना करते हुए करगहर प्रखंड के 10 शिक्षक बिना स्कूल आए ऐप पर उपस्थिति दर्ज कर रहे थे।
जिन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है, उनमें संतोष कुमार सिंह – मध्य विद्यालय बसतलवा, खुशबू कुमारी और मयूरी गुप्ता – अकोढ़ी मध्य विद्यालय, धनंजय पासवान – मध्य विद्यालय शाहमल खैरा, दिलीप कुमार – तोरनी मध्य विद्यालय, सनी राजवंता – मध्य विद्यालय बकसड़ा, मीना देवी – प्रधानाध्यापिका, मध्य विद्यालय बिशोडिहरी शामिल हैं। विभागीय जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि ये शिक्षक विद्यालय में उपस्थित हुए बिना ही फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर रहे थे।
पूरे मामले पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनोज राम ने बताया कि मई 2025 की उपस्थिति रिपोर्ट के साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जो शिक्षक कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे, विभाग को गुमराह कर रहे हैं और बिना कार्य किए वेतन ले रहे हैं, उनकी सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।