1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 31 Dec 2025 10:45:02 AM IST
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Bihar accident news : मोतिहारी जिले के बंजरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलवार मलाही गांव में एक हृदयविदारक सड़क हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब दोनों युवक बाइक से अपने घर भरवा टोला की ओर जा रहे थे। रास्ते में तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई, जिससे दोनों युवकों की घटनास्थल पर ही जान चली गई।
घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि हादसा इतना भीषण था कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर देखा, लेकिन तब तक दोनों की सांसें थम चुकी थीं। ग्रामीणों ने इसकी सूचना बंजरिया थाना पुलिस को दी।
मुखियापति मदन यादव और वार्ड सदस्य संजय कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान फुलवार मलाही गांव निवासी भिखारी साह के 27 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार और पतरस राय के 19 वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार के रूप में हुई है। सोनू कुमार की शादी दो वर्ष पूर्व हुई थी और उसका एक छह माह का मासूम बच्चा है। हादसे की खबर मिलते ही सोनू की पत्नी और परिजनों पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वहीं अर्जुन कुमार के परिवार में भी कोहराम मच गया है, क्योंकि वह परिवार का युवा सहारा माना जाता था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सड़क पर अंधेरा और संभवतः तेज रफ्तार हादसे की वजह बनी। हालांकि, हादसे के सही कारणों की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, मोतिहारी लाने की तैयारी शुरू कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि हो सकेगी।
इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव के माहौल को गमगीन कर दिया है। जहां एक ओर पूरा गांव नववर्ष की तैयारियों में जुटा हुआ था, वहीं इस हादसे के बाद खुशियां मातम में बदल गईं। गांव में चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है और हर आंख नम है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सोनू के घर में जहां एक ओर उसका छह माह का बच्चा पिता की गोद से हमेशा के लिए वंचित हो गया, वहीं अर्जुन के माता-पिता अपने जवान बेटे को खोने के सदमे में बदहवास हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और सहायता देने की मांग की है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन को गंभीर कदम उठाने चाहिए, ताकि इस तरह की दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। लोगों का यह भी कहना है कि ग्रामीण इलाकों में सड़क पर पर्याप्त रोशनी और संकेतक नहीं होने के कारण अक्सर इस तरह के हादसे होते रहते हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार के खतरे को उजागर कर दिया है। नए साल की खुशियों से पहले दो परिवारों पर टूटा यह दुख कभी न भरने वाला घाव बन गया है।