Bihar news : थावे मंदिर के मुकुट चोर 'इजमामूल अंसारी' का फोटो आया सामने, घटना को अंजाम देकर प्रेमिका के घर छिपता था; गर्लफ्रेंड के साथ तस्वीरें आई सामने

गोपालगंज थावे माता मंदिर के मुकुट चोरी मामले में शातिर अपराधी इजमामूल अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। CCTV और CDR जांच से खुलासा, पूरे बिहार की पुलिस अलर्ट।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 27 Dec 2025 12:33:52 PM IST

Bihar news : थावे मंदिर के मुकुट चोर 'इजमामूल अंसारी' का फोटो आया सामने, घटना को अंजाम देकर प्रेमिका के घर छिपता था; गर्लफ्रेंड के साथ तस्वीरें आई सामने

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Bihar news : थावे माता मंदिर के मुकुट चोरी मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मोतिहारी पुलिस से प्राप्त इनपुट के आधार पर गोपालगंज पुलिस ने आरोपी इजमामूल अंसारी को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने छापेमारी के दौरान गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और आरोपी के पैर में गोली लगाकर उसे काबू में किया गया।


गिरफ्तार शातिर अपराधी इजमामूल अंसारी मोतिहारी जिले के गोविंदगंज थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव का निवासी है। पुलिस के अनुसार, इजमामूल ने दस वर्षों पहले अपने परिवार से झगड़ा होने के बाद घर छोड़ दिया था। इसके बाद वह ननिहाल और भोजपुर जिले के शाहपुर में रहकर अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, उसने चोरी और अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए कई बार जगह बदलकर अपने ठिकाने बनाए।


मोतिहारी पुलिस के कप्तान स्वर्ण प्रभात और पकड़ीदयाल डीएसपी चंदन कुमार ने गोपालगंज पुलिस को जानकारी दी कि इजमामूल अंसारी थावे माता मंदिर के मुकुट चोरी में शामिल हो सकता है। इसके बाद गोपालगंज पुलिस ने गुप्त तरीके से छापेमारी की। आरोपी ने छापेमारी के दौरान पुलिस पर फायरिंग कर दी, लेकिन पुलिस ने भी त्वरित जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।


पुलिस के अनुसार, इजमामूल अंसारी का आपराधिक इतिहास लंबा है। वह पहले गोपालगंज जिले से आर्म्स एक्ट के तहत जेल जा चुका है। इसके अलावा, चकिया थाना क्षेत्र में बिजली तार चोरी के मामले में भी उसका नाम सामने आया था। मोतिहारी पुलिस और गोपालगंज पुलिस द्वारा साझा किए गए इनपुट, CCTV फुटेज और CDR जांच के आधार पर इजमामूल की पहचान हुई।


जांच के दौरान यह भी पता चला कि इजमामूल चोरी करने के बाद बक्सर जिले में अपनी प्रेमिका के घर शरण लेता था। उसके परिवार के अनुसार, दस साल पहले परिवार के साथ झगड़ा होने के बाद वह घर छोड़कर अपने ससुराल और अन्य स्थानों पर रहकर अपराध की दुनिया में शामिल हो गया। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, वह पहले महमदपुर थाना क्षेत्र के ब्राहिमा चौक के पास इब्राहिम मिया के घर पांच साल तक रहा। उसके ससुराल वालों ने उसे कमाई के लिए पिकअप वाहन दिया, जिसे उसने बेचकर पूरे परिवार के साथ वहां से भाग गया और फिर भोजपुर जिले के शाहपुर में रहने लगा।


पुलिस ने बताया कि इजमामूल पर पहले से ही एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह शातिर अपराधियों के गैंग का सदस्य भी रहा है, जिसने लाखों रुपये के चोरी के मामले अंजाम दिए। थावे माता मंदिर में चोरी करने की घटना के बाद पूरे बिहार की पुलिस अलर्ट हो गई थी।


गोविंदगंज थाना अध्यक्ष राजू कुमार मिश्रा ने आरोपी के पैतृक गांव जाकर स्थानीय लोगों से उसकी गतिविधियों और इतिहास की जानकारी जुटाई। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद मामले की गहन जांच जारी है और इजमामूल से जुड़े अन्य अपराधों का खुलासा होने की संभावना है।


मोतिहारी और गोपालगंज पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से यह साबित होता है कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ पुलिस सतर्क और सक्रिय है। इस गिरफ्तारी के बाद थावे माता मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को इजमामूल या उसके गैंग से जुड़ी जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।


इस गिरफ्तारी के बाद पूरे बिहार में पुलिस बल और आम लोगों के बीच सुरक्षा और कानून के प्रति विश्वास बढ़ा है। थावे माता मंदिर में चोरी की घटना का खुलासा होने के बाद अब अन्य धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा पर भी जोर दिया जाएगा।