vikramshila setu : ओवरटेकिंग पर अब कड़ी सख्ती, नियम तोड़ा तो लगेगा 10 हजार का जुर्माना; लाइसेंस भी होगा रद्द

विक्रमशिला सेतु पर बढ़ते हादसों और जाम को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए ओवरटेकिंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। अब नियम तोड़ने पर 10 हजार रुपये जुर्माना और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जाएगा। सेतु पर पुलिस तैनाती और सीसीटीवी के जरिए सख्त

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 12 Dec 2025 11:23:04 AM IST

vikramshila setu : ओवरटेकिंग पर अब कड़ी सख्ती, नियम तोड़ा तो लगेगा 10 हजार का जुर्माना; लाइसेंस भी होगा रद्द

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vikramshila setu : विक्रमशिला सेतु पर बढ़ते जाम और लगातार हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। अब इस पुल पर ओवरटेकिंग करना पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। नियम तोड़ने पर न केवल 10 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा, बल्कि संबंधित चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा। प्रशासन के इस निर्णय को सड़क सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


बीते कुछ महीनों में विक्रमशिला सेतु पर ट्रैफिक परेशानी के साथ दुर्घटनाओं के मामलों में तेजी आई थी। लंबी कतारों के कारण लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता था। खासकर ओवरटेकिंग की वजह से सड़क पर अव्यवस्था की स्थिति बन रही थी। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाते हुए ओवरटेकिंग पर पूरी तरह रोक लगाने का फैसला लिया। प्रशासन का मानना है कि इस कदम से हादसों पर नियंत्रण और यातायात व्यवस्था में काफी सुधार होगा।


नए नियमों के तहत अब विक्रमशिला सेतु पर ओवरटेक करते हुए पकड़े जाने पर वाहन चालक को 10 हजार रुपये का भारी जुर्माना भरना पड़ेगा। वहीं, चालान काटने के साथ उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, प्रशासन ने कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए सेतु पर हर दस पिलर पर दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। ट्रैफिक पुलिस की यह तैनाती दिन-रात निगरानी रखेगी, ताकि किसी भी तरह का उल्लंघन तुरंत पकड़ा जा सके।


इसके अलावा, सेतु पर बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से किसी भी वाहन के ओवरटेक करने की स्थिति में उसकी पहचान कर ऑटोमेटिक चालान जारी किया जाएगा। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि तकनीक की सहायता से चालान प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और तेज़ होगी। इससे नियम तोड़ने वालों को पकड़ने में आसानी होगी और यातायात व्यवस्था बेहतर होगी।


विक्रमशिला टीओपी प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि लोगों को सतर्क करने के लिए चेतावनी बोर्ड, दीवार लेखन और पंपलेट वितरण का सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियमों की जानकारी फैलाना बेहद जरूरी है, ताकि लोग अनजाने में भी उल्लंघन न करें। पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है और ड्राइवरों को समझाया जा रहा है कि ओवरटेकिंग से न केवल उनका जीवन खतरे में पड़ता है, बल्कि दूसरों की जान भी जोखिम में पड़ जाती है।


जिला प्रशासन ने न केवल ओवरटेकिंग पर रोक लगाई है बल्कि भारी वाहनों की ओवरलोडिंग को लेकर भी कड़े निर्देश जारी किए हैं। हाल ही में डीएम ने जिला परिवहन पदाधिकारी को आदेश दिया था कि विक्रमशिला सेतु से एक से दो किलोमीटर पहले ही वाहनों की ओवरलोडिंग की सख्ती से जांच की जाए। ओवरलोडिंग भी दुर्घटनाओं का बड़ा कारण माना जाता है, इसलिए प्रशासन ने इस पर भी 10 हजार रुपये का जुर्माना निर्धारित किया है।


अधीकारियों का कहना है कि ओवरलोडिंग के कारण वाहन असंतुलित हो जाते हैं और ब्रेकिंग सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए अब भारी वाहनों की एंट्री से पहले ही सख्त जांच होगी, ताकि सेतु पर अनावश्यक भार न पड़े और यात्रा सुरक्षित बनी रहे।


प्रशासन की इस कार्रवाई का असर जल्द ही दिखने की संभावना है। यदि लोग नियमों का पालन करें और ओवरटेकिंग जैसी खतरनाक आदतों से दूर रहें तो न केवल यातायात सुचारू होगा बल्कि दुर्घटनाओं पर भी काफी हद तक रोक लगेगी। सुरक्षा के लिए जारी ये नियम आम जनता के हित में हैं और उनके पालन से ही विक्रमशिला सेतु पर यातायात व्यवस्था बेहतर बनेगी।