बिहार में VVIP गाड़ियों पर TOLL TAX खत्म, परिवहन विभाग ने जारी किया यह निर्देश विधानसभा सत्र के बीच यूरोप चले गए तेजस्वी यादव? शिवानंद तिवारी के आरोप से बिहार की सियासत गरमाई, कहा...मैदान छोड़ दिया मंदिरों की तरह मदरसों और मस्जिदों में भी लगाए जाएं CCTV कैमरे, संसद में बोले रामायण के ‘राम’ जमुई में बालू का अवैध खनन जारी, प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल CHAPRA: ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से छपरा के लाल की मौत, गुजरात पुलिस में थे तैनात कमरिया गोले-गोले-गोले-डोले राजा जी: शराब की बोतल और डांसर का जलवा, नगर निगम के डिप्टी मेयर का वीडियो वायरल एयरपोर्ट निर्माण पर ग्रहण: केंद्र सरकार ने बिहार के इस जिले में हवाई अड्डा बनाने से किया इनकार, सामने आई यह बड़ी वजह एयरपोर्ट निर्माण पर ग्रहण: केंद्र सरकार ने बिहार के इस जिले में हवाई अड्डा बनाने से किया इनकार, सामने आई यह बड़ी वजह Bihar Bhumi: बिहार में जमीन की ई-मापी की निगरानी होगी सख्त, समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अमीनों के कार्य की मांगी रिपोर्ट Bihar Bhumi: बिहार में जमीन की ई-मापी की निगरानी होगी सख्त, समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अमीनों के कार्य की मांगी रिपोर्ट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 04 Dec 2025 10:12:08 PM IST
- फ़ोटो सोशल मीडिया
PATNA: बिहार विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की गैरहाजिरी को लेकर राज्य की सियासत तेज हो गई है। जहां सत्ता पक्ष लगातार सवाल उठा रहा है, वहीं अब आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने मैदान छोड़ दिया।
शिवानंद तिवारी ने दावा किया कि तेजस्वी यादव विधानसभा सत्र के बीच ही अपने परिवार के साथ यूरोप टूर पर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने "मैदान छोड़ दिया है" और उनमें अगले पांच वर्षों तक विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने की क्षमता दिखाई नहीं देती।
शिवानंद तिवारी ने कहा कि अभी बिहार विधानसभा का सत्र चल रहा है। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान तेजस्वी यादव सदन में मौजूद नहीं थे। पहले कहा गया कि वे दिल्ली गए हैं, जबकि उनकी पत्नी और बच्ची पहले ही दिल्ली जा चुकी थीं। अब जानकारी सामने आई है कि तेजस्वी अपने परिवार के साथ विदेश यात्रा पर निकल गए हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में विरोध की राजनीति का पूरा मैदान खाली हो गया है। नीतीश कुमार पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, इस पर भी संदेह है। बिहार में आरएसएस का प्रभाव बढ़ता दिख रहा है, लेकिन इसके लिए केवल जदयू या उसके नेताओं को जिम्मेदार कहना उचित नहीं होगा।
गौरतलब है कि एनडीए की प्रचंड जीत और महागठबंधन की हार के बाद हाल ही में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ है। 1 दिसंबर से शुरू हुए विधानसभा सत्र के पहले दिन नए विधायकों का शपथ ग्रहण और दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव हुआ था, जिन दोनों में तेजस्वी यादव मौजूद रहे और उन्हें आधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया।
हालांकि, सत्र के तीसरे दिन जब राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सदन को संबोधित किया, उस दौरान तेजस्वी यादव अनुपस्थित रहे। इसके बाद जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने आरजेडी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इसी बीच उनकी विदेश यात्रा की खबरों से बिहार का राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।