1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 15 Sep 2025 03:00:47 PM IST
पशुपालन पदाधिकारी डॉ. कुमोद कुमार बुरी तरह झुलस गए - फ़ोटो
BIHAR NEWS : सहरसा जिले से सोमवार अहले सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या-11 नरियार स्थित एक मकान में खड़ी स्कॉर्पियो गाड़ी अचानक आग की लपटों में घिर गई। इस हादसे में जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. कुमोद कुमार बुरी तरह झुलस गए। घटना के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया और लोग दहशत में अपने-अपने घरों से बाहर निकल पड़े।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अहले सुबह मकान के सामने खड़ी स्कॉर्पियो गाड़ी से अचानक धुआं निकलने लगा। कुछ ही पलों में आग की लपटें इतनी तेज हो गईं कि आसपास के लोगों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इसी बीच जिला पशुपालन पदाधिकारी भी घर से बाहर निकलने लगे। तभी गाड़ी से निकल रहे डीजल पर उनका पैर फिसल गया और वे आग की चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला और तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया।
घटना में घायल हुए अधिकारी की पहचान छपरा जिले के पसरा थाना क्षेत्र निवासी 58 वर्षीय डॉ. कुमोद कुमार के रूप में हुई है। वे वर्तमान में सहरसा जिले के जिला पशुपालन पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं। जानकारी के अनुसार, बीते एक साल से वे सहरसा में पदस्थापित थे और नरियार स्थित आरती कुंज मकान में किराएदार के रूप में रह रहे थे।
डॉ. कुमोद कुमार ने खुद बताया कि जैसे ही गाड़ी में आग लगी और लोग बाहर निकलने के लिए आवाज लगाने लगे, वे भी अपने कमरे से निकलने लगे। इसी दौरान स्कॉर्पियो के पास पहुंचे तो डीजल से पैर फिसल गया और वे गिर पड़े। गिरते ही आग की लपटों ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान उनके शरीर का एक बड़ा हिस्सा झुलस गया।
स्थानीय लोगों की मानें तो आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मकान मालिक और आसपास के लोग इस बात से सकते में हैं कि आखिर खड़ी हुई गाड़ी में अचानक आग कैसे लग गई। फिलहाल पुलिस और अग्निशमन विभाग मामले की जांच कर रहे हैं।
इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मकान में किराए पर रह रहे अन्य लोग भी जल्दी-जल्दी बाहर निकल गए ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि घटना की पूरी जांच की जाएगी और आग लगने के कारणों का पता लगाया जाएगा।
सहरसा जिले में हुई इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा और वाहन देखरेख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोग भी अब सावधानी बरतने की बात कर रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे से बचा जा सके। फिलहाल जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. कुमोद कुमार का इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।