1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 17 Sep 2025 08:59:23 AM IST
पटना मेट्रो - फ़ोटो GOOGLE
Patna Metro: पटना मेट्रो के परिचालन की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार को मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) ने रेड लाइन कॉरिडोर के तीन प्रमुख स्टेशनों का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान आईएसबीटी से जीरोमाइल और फिर भूतनाथ स्टेशन तक मेट्रो ट्रेन पहली बार यात्रियों के बिना 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाई गई। ट्रेन संचालन के दौरान सुरक्षा, संरचना और परिचालन से जुड़े सभी मानकों की जांच की गई।
यह पहली बार था जब पटना मेट्रो ट्रेन ने इस रूट पर इतनी रफ्तार से परीक्षण यात्रा की। इस परीक्षण के दौरान मेट्रो डिपो, रॉलिंग स्टॉक (मेट्रो ट्रेन), और तीनों स्टेशनों — न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ की पूरी प्रणाली का गहनता से मूल्यांकन किया गया। मेट्रो रेल के संरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग के नेतृत्व में यह निरीक्षण हुआ, जिसमें तकनीकी मानकों, संचालन प्रोटोकॉल, सुरक्षा उपायों और आपातकालीन व्यवस्थाओं का विस्तृत मूल्यांकन किया गया।
निरीक्षण के दौरान श्री गर्ग ने स्टेशन की संरचना, पटरी की मजबूती, प्लेटफॉर्म की सटीकता, संकेतक प्रणाली, आपातकालीन निकासी व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, और डिपो यार्ड की कार्यप्रणाली को नजदीक से देखा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि "जन सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है" और मेट्रो संचालन शुरू करने से पहले सभी सुरक्षा एवं परिचालन मानकों का कड़ाई से पालन अनिवार्य है।
निरीक्षण के उपरांत नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव सह पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (PMRC) के प्रबंध निदेशक अभय कुमार सिंह, अपर प्रबंध निदेशक अभिलाषा शर्मा, तथा दिल्ली मेट्रो और पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में संरक्षा आयुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि परियोजना के हर चरण — योजना, निर्माण, संचालन और अनुरक्षण में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच पूर्ण समन्वय होना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान ट्रेन डिपो से रवाना होकर न्यू ISBT स्टेशन पर पहुंची, जहां पटरी, प्लेटफॉर्म और स्टाफ सुविधाओं का परीक्षण किया गया। इसके बाद ट्रेन ने जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशनों पर भी लगभग 30-30 मिनट का ठहराव किया। यहां स्टेशन की बनावट, सुरक्षा व्यवस्था, यात्रियों की आवाजाही के मार्ग, और अन्य सुविधाओं का बारीकी से परीक्षण किया गया।
संरक्षा आयुक्त द्वारा तैयार की गई निरीक्षण रिपोर्ट जल्द ही पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर मेट्रो के संचालन की आधिकारिक अनुमति प्राप्त की जाएगी। यदि सभी मानकों पर मेट्रो परियोजना को मंजूरी मिलती है, तो पटना मेट्रो का परिचालन जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
पटना मेट्रो का यह सुरक्षा निरीक्षण शहर में मेट्रो सेवा शुरू होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मेट्रो ट्रेन का पहली बार ट्रायल रन, वह भी संरक्षा आयुक्त की मौजूदगी में, यह संकेत देता है कि पटना वासियों को जल्द ही मेट्रो सेवा की सुविधा मिल सकती है।