एक्शन में BJP विधायक: मिड डे मील में गड़बड़ी को लेकर प्रधानाध्यापक की लगाई फटकार, कहा..मैं भी इसी समाज से आता हूं, बख्शूंगा नहीं Bihar Ias Officer: बिहार के 16 DM समेत 37 IAS अफसर जा रहे 25 दिनों की ट्रेनिंग में, पूरी लिस्ट देखें.... बेटे को मंत्री बनाने पर उपेंद्र कुशवाहा का भारी विरोध, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ सहित कई नेताओं ने छोड़ी पार्टी Bihar Winter Session 2025 : बिहार विधान परिषद का शीतकालीन सत्र 3 से 5 दिसंबर तक, जानिए क्या रहेगा इस बार मुख्य एजेंडा Khesari Lal Yadav: चुनाव हारने के बाद राम की भक्ति में लीन हुए खेसारी लाल यादव, परिवार संग की पूजा-अर्चना Bihar Government : बिहार सरकार का डिजिटल एक्शन, साइबर फ्रॉड पर सख्ती; जेल से लेकर सोशल मीडिया तक निगरानी Hajipur Chhapra Route : छपरा-हाजीपुर मार्ग पर भारी वाहनों पर रोक, इस रास्ते से गुजरेंगे छोटे वाहन कोडरमा स्टेशन पर GRP की बड़ी कार्रवाई, 40 लाख कैश के साथ बिहार का युवक गिरफ्तार Lalu Yadav : 'किसी हाल में राबड़ी आवास खाली नहीं करेंगे...', बोले प्रदेश अध्यक्ष - 20 साल में क्यों नहीं किया ऐसा काम; सरकार के नोटिस पर भड़की पार्टी D.El.Ed Entrance Exam 2025 : डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 का रिजल्ट घोषित, इतने स्टूडेंट को मिली सफलता; इस दिन से शुरू होगा एडमिशन
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 26 Nov 2025 06:39:00 PM IST
PACS की बड़ी मांग पर मंत्री का आश्वासन - फ़ोटो सोशल मीडिया
BIHAR PACS: खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री कक्ष में धान अधिप्राप्ति से जुड़ी चुनौतियों और उनके समाधान पर विस्तृत विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की माननीय मंत्री लेशी सिंह ने की। बैठक में सहकारिता विभाग के माननीय मंत्री डॉ. प्रमोद कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत में बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक (अधिप्राप्ति) रमेन्द्र कुमार द्वारा धान अधिप्राप्ति की वर्तमान स्थिति, चावल की गुणवत्ता, और साधारण चावल को फोर्टिफाइड चावल में परिवर्तित करने की संपूर्ण प्रक्रिया पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति में अधिप्राप्ति के दौरान PACS स्तर पर आ रही व्यवहारिक चुनौतियों के साथ-साथ लॉजिस्टिक एवं प्रोसेसिंग से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी रेखांकित किया गया।
मंत्री लेशी सिंह ने PACS प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से सुनते हुए अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। बैठक में PACS की दो प्रमुख मांगों - राइस मिलों की वास्तविक क्षमता की जांच तथा लंबित भुगतानों का शीघ्र निष्पादन हेतु तुरंत कदम उठाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि PACS को भुगतान में किसी प्रकार की देरी स्वीकार्य नहीं है और सभी लंबित भुगतान निर्धारित अवधि में पूरा किया जाए।
समीक्षा बैठक के दौरान PACS की एक और महत्वपूर्ण मांग पर भी विचार किया गया, जिसमें वे दो महीने की अवधि के स्थान पर अधिप्राप्ति से संबंधित कुल छह महीने तक की ब्याज-मुक्त अवधि की सुविधा चाहते थे। इस संबंध में माननीय मंत्री ने PACS को आश्वासन किया कि विभाग इस प्रस्ताव पर सकारात्मक विचार करते हुए आवश्यक निर्णय शीघ्र लेगा, जिससे PACS इकाइयों पर आर्थिक दबाव कम हो सके।
बैठक में यह सहमति बनी कि धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और PACS तथा सरकार के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए जल्द ही राज्यभर के सभी जिला के सहकारी बैंकों के अध्यक्षों के साथ एक विस्तृत बैठक आयोजित की जाएगी। इस प्रस्ताव पर खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग और सहकारिता विभाग के दोनों मंत्रियों ने सहमति जताते हुए PACS प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि अधिप्राप्ति से संबंधित सभी चुनौतियों के समाधान के लिए विभाग प्रतिबद्ध है।
मंत्री श्रीमती लेशी सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के हितों की रक्षा, PACS की मजबूती और अधिप्राप्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि धान अधिप्राप्ति सुचारू एवं समयबद्ध ढंग से हो और सभी संबंधित पक्षों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
बैठक में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, सचिव नैय्यर इकबाल, सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह सहित दोनों विभागों तथा बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम लिमिटेड के वरिष्ठ पदाधिकारी तथा PACS के प्रतिनिधि उपस्थित थे।