Bihar rail accident : ट्रैक पार करते समय हादसा, युवक की ट्रेन की चपेट में आकर मौत; मातम का माहौल

कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के बरहुली गांव के पास रेलवे ट्रैक पार करते समय युवक चंदन पासवान की अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने से मौत। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू की।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 10 Dec 2025 01:50:38 PM IST

Bihar rail accident : ट्रैक पार करते समय हादसा, युवक की ट्रेन की चपेट में आकर मौत; मातम का माहौल

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Bihar rail accident : कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बरहुली गांव के पास एक दर्दनाक रेल हादसा हुआ। घटना में एक युवक अज्ञात ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब युवक रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। खेतों में काम कर रहे स्थानीय लोगों ने हादसे को अपनी आंखों से देखा और तुरंत इसकी सूचना गांव में फैला दी। देखते ही देखते घटना स्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।


सूचना मिलते ही मोहनिया थाना की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जुट गई है। पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि युवक ट्रैक पर कैसे पहुंचा और किस ट्रेन से दुर्घटना हुई।


स्थानीय लोगों और पड़ोसियों के अनुसार, मृतक की पहचान चंदन पासवान के रूप में हुई है। चंदन पासवान का परिवार भीटी गांव का रहने वाला है। उनके पिता का नाम सतनारायण पासवान बताया गया है। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। परिवार और गांव वाले सदमे में हैं और वे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचे हुए हैं। पड़ोसी राजगृही राम ने बताया कि पूरे परिवार और गांव वाले इस हादसे से गहरे दुखी हैं और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि चंदन अब उनके बीच नहीं है।


बरहुली गांव के लोग बताते हैं कि रेलवे ट्रैक पार करना यहां आम बात है। गांव वाले खेतों में काम करने या दूसरे गांव जाने के लिए अक्सर ट्रैक पार करते हैं। हालांकि, रेलवे ट्रैक के पास सुरक्षा उपायों की कमी के कारण ऐसी घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि ट्रैक के पास सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।


पुलिस ने भी गांव वालों से आग्रह किया है कि ट्रेन लाइन पार करते समय सावधानी बरतें। बिना सतर्कता के ट्रेन लाइन पार करने से जान का जोखिम बहुत बढ़ जाता है। अधिकारियों का कहना है कि रेल सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है।


रेलवे हादसे के दौरान स्थानीय लोग भी हादसे को रोकने के लिए कुछ कर नहीं पाए। घटना स्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि हादसे की आवाज सुनकर वे दौड़े, लेकिन ट्रेन की गति अधिक होने के कारण युवक को बचाना संभव नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में रेलवे सुरक्षा को लेकर पहले भी शिकायतें की गई थीं, लेकिन पर्याप्त सुरक्षा उपाय अभी तक नहीं किए गए हैं।


इस घटना से इलाके में डर और चिंता की स्थिति पैदा हो गई है। लोग रेलवे ट्रैक के पास अपने बच्चों और बुजुर्गों को भेजने में संकोच कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि रेलवे लाइन के पास सुरक्षात्मक बाड़ और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, तो इस तरह के हादसों को काफी हद तक रोका जा सकता है।


स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने गांववालों से मिलकर उन्हें सुरक्षा के नियमों के बारे में जागरूक किया। पुलिस ने साफ कहा कि ट्रैक पार करते समय मोबाइल पर ध्यान न दें, कान में हेडफोन न लगाएं और केवल निर्धारित स्थानों से ही ट्रैक पार करें। इसके साथ ही, पुलिस ने यह भी बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही यह पता लगाया जाएगा कि हादसे में किसी प्रकार की लापरवाही तो नहीं हुई।


हादसे के बाद पूरे बरहुली गांव में शोक की लहर है। चंदन पासवान के परिवार और परिजनों का कहना है कि वे इस दुखद घटना से उबरने में समय लेंगे। ग्रामीणों ने भी हादसे के बाद प्रशासन और रेलवे अधिकारियों से आग्रह किया है कि सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से किसी और परिवार को दुःख न सहना पड़े।


कुल मिलाकर, यह हादसा रेलवे सुरक्षा की अनदेखी और लोगों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी को उजागर करता है। पुलिस और प्रशासन का यह प्रयास है कि हादसे के कारणों की जांच पूरी हो और आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि ऐसे दुखद हादसे दोबारा न हों।