1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 13 Dec 2025 08:31:54 AM IST
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Train Travel Safety : भाजपा छोड़कर हाल ही में राजद में शामिल हुए पीरपैंती के पूर्व विधायक ललन पासवान ने शुक्रवार को बांका इंटरसिटी एक्सप्रेस में चूहे के आतंक का वीडियो साझा कर यात्रियों की परेशानियों पर सवाल उठाए हैं। ललन ने बताया कि ट्रेन में चूहों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि फर्स्ट एसी कोच में यात्रियों की नींद उड़ी हुई थी। उन्होंने रेलवे के मेंटेनेंस और हाउसकीपिंग सहित निजी एजेंसियों द्वारा किए जा रहे काम की समीक्षा और निगरानी पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं।
पूर्व विधायक ललन पासवान ने बताया कि वह पटना से भागलपुर की ओर फर्स्ट एसी बोगी में यात्रा कर रहे थे। ट्रेन खुलने के बाद जब वह अपनी सीट पर सो रहे थे, तभी उन्हें एक घंटे तक चूहों के आतंक का सामना करना पड़ा। चूहा उनके चेहरे पर आ-जा रहा था और यह अनुभव काफी डरावना था। उन्होंने कहा कि अगर फर्स्ट एसी जैसी महंगी बोगी में चूहे यात्रियों को परेशान कर रहे हैं, तो स्लीपर, सेकेंड और थर्ड एसी बोगियों की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है।
ललन ने वीडियो साझा करते हुए कहा कि ट्रेन में हाउसकीपिंग की स्थिति बेहद खराब है और ठेका लेने वाली प्राइवेट एजेंसियों की निगरानी भी नहीं हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि चूहा न केवल यात्रियों के सामान को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि उनके शरीर पर कूदकर काट भी रहा है। यह रेलवे के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
पूर्व विधायक ने रेलवे प्रशासन से अपील की कि वह यात्री बोगियों की नियमित जांच और सफाई सुनिश्चित करें ताकि चूहों और अन्य जीव-जंतुओं के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने आशंका जताई कि जब ट्रेनें यार्ड में खड़ी रहती हैं तो इसमें सांप और अन्य जीव भी प्रवेश कर सकते हैं। चूहा कई बीमारियों का कारण बन सकता है और इसे लेकर रेलवे को तत्काल कदम उठाने चाहिए।
ललन पासवान ने कहा, "मैं एक बोनाफाइड यात्री के रूप में टिकट लेकर यात्रा कर रहा था। मेरा हक है कि मुझे सुरक्षित और सुलभ यात्रा उपलब्ध कराई जाए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतनी महंगी बोगियों में भी ऐसी स्थिति है।" इस मामले पर मालदा रेल मंडल के पीआरओ रसराज माजी ने कहा कि बांका इंटरसिटी का मेंटेनेंस दानापुर डिवीजन से होता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि रेलवे इस मामले की गंभीरता से समीक्षा कर रही है और जरूरत पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठाएगी।
राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो ललन पासवान पिछली विधानसभा चुनाव में पीरपैंती सीट से भाजपा के विधायक थे। हालांकि चुनाव के अंतिम समय में उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिला। इससे नाराज होकर ललन पहले तो राजद प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में शामिल हुए, फिर चुनाव के दौरान पटना जाकर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से आशीर्वाद लेकर राजद में शामिल हो गए। पाला बदलने के बाद से ललन लगातार भाजपा और केंद्र सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं।
ललन ने कहा कि यह केवल उनका व्यक्तिगत अनुभव नहीं है बल्कि कई अन्य यात्रियों ने भी ट्रेन में चूहों और अन्य कीट-पतंगों से परेशान होने की शिकायतें की हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे में मेंटेनेंस और हाउसकीपिंग का निजीकरण यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार और रेलवे प्रशासन को यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
पूर्व विधायक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि फर्स्ट एसी जैसी बोगियों में भी चूहों का आतंक है, ऐसे में आम और स्लीपर क्लास यात्रियों की स्थिति और भी गंभीर होगी। उन्होंने रेलवे को चेतावनी दी कि अगर जल्दी सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो यह यात्रियों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। इस पूरे मामले ने रेलवे प्रशासन की कार्यशैली और निजी एजेंसियों द्वारा बोगियों की सफाई और मेंटेनेंस की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्री संगठनों ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और रेलवे प्रशासन से तत्काल कदम उठाने की मांग की है।
ललन पासवान का यह वीडियो और उनके द्वारा उठाए गए सवाल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। यात्रियों ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता जाहिर की है और रेलवे प्रशासन से जवाब की मांग की है। यह मामला न केवल सुरक्षा बल्कि स्वास्थ्य और सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है।