1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 30 Dec 2025 07:25:31 AM IST
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Bihar railway news : जसीडीह-झाझा रेलखंड पर शनिवार रात हुई मालगाड़ी दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे बोर्ड ने केंद्रीय संयुक्त सचिव स्तर के पांच अधिकारियों की एक टीम गठित की है, जो रविवार से ही घटनास्थल पर मौजूद रहकर दुर्घटना के कारणों, सुरक्षा चूक और तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही है। यह टीम 72 घंटे के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेगी।
यह दुर्घटना लाहाबन और सिमुलतला स्टेशनों के बीच टेलवा बाजार हॉल्ट के पास बड़ुआ नदी के पुल पर हुई, जहां सीमेंट लदी मालगाड़ी पटरी से उतर गई। हादसे के बाद जसीडीह-झाझा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बाधित हो गया, जिससे पटना-हावड़ा मुख्य लाइन पर यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
वंदे भारत और जनशताब्दी भी डायवर्ट
पटना-हावड़ा मेल लाइन पर परिचालन ठप रहने के कारण मंगलवार को पटना से खुलने वाली प्रमुख ट्रेनों को भी डायवर्ट करना पड़ा। 22347 पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस अपने गंतव्य हावड़ा करीब 3 घंटे 49 मिनट की देरी से पहुंची। वहीं वापसी में 12023 हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस 6 घंटे की देरी से खुली और देर रात पटना जंक्शन पहुंची।
इसके अलावा 12351 राजेंद्र नगर टर्मिनस सुपरफास्ट एक्सप्रेस लगभग 7 घंटे की देरी से हावड़ा पहुंची, जबकि 22348 हावड़ा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस 1 घंटे 57 मिनट विलंब से पटना जंक्शन पहुंची। दुर्घटना के चलते कुल 25 से अधिक ट्रेनों का परिचालन 2 से 5 घंटे की देरी से हुआ।
87 ट्रेनें डायवर्ट, 30 रद्द
जसीडीह-झाझा रेलखंड पर सोमवार को भी परिचालन सामान्य नहीं हो सका। पटरी पर दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी का मलबा जमा रहने के कारण पटना-हावड़ा मुख्य लाइन की 87 ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया। वहीं 30 ट्रेनें पूरी तरह रद्द कर दी गईं और नौ ट्रेनों के परिचालन में आंशिक कटौती की गई। पूर्व रेलवे ने पहले दावा किया था कि सोमवार रात तक डाउन लाइन पर परिचालन बहाल कर दिया जाएगा, लेकिन मलबा हटाने और ट्रैक की मरम्मत में समय लगने के कारण ऐसा नहीं हो सका।
कामकाजियों और व्यापारियों को सबसे ज्यादा दिक्कत
जनशताब्दी एक्सप्रेस के डायवर्ट होने से सबसे अधिक परेशानी दैनिक यात्रियों, कामकाजियों और व्यापारियों को उठानी पड़ी। पटना, बाढ़, मोकामा और बख्तियारपुर से बड़ी संख्या में लोग रोजाना काम के सिलसिले में लखीसराय, जमुई और जसीडीह की यात्रा करते हैं। इसके अलावा व्यापारी भी इसी ट्रेन से कोलकाता जाकर माल लाते हैं। डायवर्जन के कारण लखीसराय जाने वाले यात्रियों को तो अपेक्षाकृत कम दिक्कत हुई, लेकिन जमुई और जसीडीह जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
ठंड में बढ़ी यात्रियों की मुश्किल
एक ओर भीषण ठंड ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है, वहीं ट्रेनें डायवर्ट होने से हजारों यात्री अपने निर्धारित स्टेशनों पर नहीं उतर पाए। मजबूरन उन्हें आसपास के स्टेशनों पर उतरना पड़ा, जहां कई यात्रियों को रात गुजारनी पड़ी या फिर अधिक किराया देकर निजी और सार्वजनिक वाहनों से अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।
अप ट्रैक शुरू होने में लगेगा समय
पूर्व रेलवे के आसनसोल रेल मंडल के पीआरओ बिप्लव बाउरी के अनुसार अप ट्रैक शुरू होने में मंगलवार तक का समय लग सकता है। फिलहाल मेनलाइन की ट्रेनों का डायवर्जन किऊल-भागलपुर, किऊल-गया, जसीडीह-बांका-भागलपुर और आसनसोल-धनबाद-गया-डीडीयू जंक्शन जैसे वैकल्पिक मार्गों से किया जा रहा है। रेलवे प्रशासन का कहना है कि ट्रैक बहाली के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है और जल्द ही परिचालन सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है।