1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 29 Dec 2025 10:14:19 AM IST
- फ़ोटो
Railway Accident : बिहार के जमुई जिले में शनिवार देर रात जसीडीह-झाझा मुख्य रेलखंड पर एक गंभीर रेल दुर्घटना हुई, जिसने पटना-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग पर परिचालन पूरी तरह बाधित कर दिया। हादसा टेलवा बाजार हॉल्ट के पास हुआ, जब आसनसोल से जसीडीह की ओर जा रही सीमेंट लदी मालगाड़ी की 42 बोगियों में से इंजन के करीब 19 बोगियां बेपटरी हो गईं। इनमें से आठ बोगियां बड़ुआ नदी में गिर गईं, जबकि चार बोगियां पुल और नदी के बीच लटक गईं। इस घटना के कारण मुख्य रेल मार्ग पर अप और डाउन दोनों ट्रैक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और 82 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
रेलवे की आपात टीम मौके पर रात में ही पहुंची और युद्धस्तर पर राहत एवं बहाली कार्य शुरू कर दिया। दुर्घटनाग्रस्त बोगियों को हटाने के लिए पहले उनके अंदर भरे सीमेंट की बोरियों को खाली किया जा रहा है। इसके लिए दो भारी क्रेन और चार जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। रेलवे अधिकारियों का अनुमान है कि करीब 36 घंटे के भीतर, यानी सोमवार की सुबह तक, रेल मार्ग पर परिचालन सामान्य हो जाएगा।
इस हादसे का असर लंबी दूरी की ट्रेनों पर भी पड़ा है। पहले से कोहरे के कारण विलंब झेल रही ट्रेनें अब मार्ग परिवर्तन के कारण 2 से 15 घंटे तक देरी से चल रही हैं। दिल्ली से हावड़ा वाया पटना ट्रेन को पंडित दीनदयाल उपाध्याय, गया, धनबाद के रास्ते डायवर्ट किया गया, जबकि बिहार से हावड़ा आने-जाने वाली ट्रेनों को तिलैया, कोडरमा, जसीडीह और किऊल, भागलपुर, बांका के रास्ते डायवर्ट किया गया।
वंदे भारत एक्सप्रेस भी प्रभावित हुई। पटना से हावड़ा आने-जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को गया और धनबाद के रास्ते डायवर्ट किया गया। इसके चलते वंदे भारत को हावड़ा पहुंचने में लगभग दो घंटे और पटना जंक्शन में तीन घंटे की देरी हुई। कोलकाता राजधानी एक्सप्रेस को किऊल-भागलपुर मार्ग से बर्द्धमान डायवर्ट किया गया। हावड़ा दुरंतो, पूर्वा, गुरमुख और अन्य प्रमुख ट्रेनें डीडीयू, गया, धनबाद के रास्ते आसनसोल डायवर्ट की गईं।
इस हादसे से प्रभावित ट्रेनों में पटना-हावड़ा दूरंतो, राजेंद्र नगर हावड़ा एक्सप्रेस, कुंभ एक्सप्रेस, हावड़ा मेल, विभूति एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के परिचालन में भी गंभीर देरी हुई। कुंभ एक्सप्रेस को 15 घंटे की देरी का सामना करना पड़ा। जसीडीह-झाझा रेलखंड पर दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी की वजह से रेल मार्ग पर परिचालन ठप हो गया और दोनों ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए। रेलवे अधिकारियों और कर्मियों ने मौके पर तुरंत पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया।
आज इन ट्रेनों का मार्ग बदला रहेगा:
13331 धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस: गया होते हुए पटना पहुंचेगी।
12303 पूर्वा एक्सप्रेस: धनबाद, गया में ठहराव के साथ प्रधानखूंटा-धनबाद-गया-डीडीयू के रास्ते।
12273 हावड़ा-नई दिल्ली दुरंतो: धनबाद, गया में ठहराव के साथ प्रधानखूंटा-धनबाद-गया-डीडीयू मार्ग।
22348 पटना-हावड़ा एक्सप्रेस: गया, धनबाद स्टॉपेज के साथ गया-धनबाद-प्रधानखुंटा मार्ग।
आज छह ट्रेनें पूरी तरह रद्द रहेंगी:
63298 झाझा-देवघर मेमू
63566 झाझा-जसीडीह मेमू
63209 झाझा-पटना मेमू
63565 जसीडीह-झाझा मेमू
63573 जसीडीह-किऊल मेमू
12370 देहरादून-हावड़ा कुंभ एक्सप्रेस
इसके अलावा कई अन्य ट्रेनों का मार्ग भी प्रभावित हुआ है। उदाहरण के लिए:
13020 काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस बरौनी-मुंगेर-भागलपुर-साहिबगंज-रामपुरहाट-बर्द्धमान मार्ग से चलेगी।
22844 बक्सर-बिलासपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस बख्तियारपुर-तिलैया-बंधुआ-कोडरमा-गोमो-प्रधानखंटा-आसनसोल मार्ग से चलेगी।
X13044 रक्सौल-हावड़ा एक्सप्रेस बरौनी-मुंगेर-भागलपुर-साहिबगंज-रामपुरहाट-बर्द्धमान मार्ग से चलेगी।
X13508 गोरखपुर-आसनसोल एक्सप्रेस किऊल-तिलैया-बंधुआ-कोडरमा-गोमो-प्रधानखंटा-आसनसोल मार्ग से चलेगी।
X22500 वाराणसी-देवघर वंदे भारत डीडीयू-गया-कोडरमा-महेशमुंडा-मधुपुर-जसीडीह मार्ग से चलेगी।
22499 देवघर-वाराणसी वंदे भारत जसीडीह-मधुपुर-महेशमुंडा-कोडरमा-गया-डीडीयू मार्ग से चलेगी।
अन्य प्रमुख ट्रेनों में हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी, पटना-हटिया पाटलिपुत्र, पटना-धनबाद इंटरसिटी और कोलकाता-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस भी डायवर्ट की गई हैं। दो ट्रेनों का आंशिक समापन/प्रारंभ भी किया गया है। 13208/13207 पटना-जसीडीह-पटना एक्सप्रेस और 63210/63209 पटना-देवघर-पटना मेमू झाझा स्टेशन पर ही समाप्त होंगी और वहीं से वापस चलेंगी।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे किसी भी बदलाव और विलंब की जानकारी के लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और स्टेशन नोटिस बोर्ड पर अपडेट देखते रहें। अधिकारियों का कहना है कि मार्ग पर काम युद्धस्तर पर चल रहा है और सोमवार की सुबह तक पटना-हावड़ा मार्ग पर परिचालन सामान्य होने की उम्मीद है।
यह दुर्घटना जसीडीह-झाझा मुख्य रेलखंड पर मालगाड़ी संचालन में सुरक्षा और ट्रैक निरीक्षण के महत्व को भी उजागर करती है। रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता और मॉनिटरिंग बढ़ाई जाएगी।