1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 09 Dec 2025 01:53:38 PM IST
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Nitish Kumar visit : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की सुबह कच्ची दरगाह–बिदुपुर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। यह पुल गंगा नदी पर बन रहे सबसे महत्वपूर्ण अवसंरचनात्मक प्रोजेक्ट्स में से एक है, जिसके पूरा होने पर पटना से उत्तर बिहार की दूरी और समय, दोनों में बड़ी कमी आएगी। मुख्यमंत्री के साथ मौके पर मंत्री विजय चौधरी समेत सड़क निर्माण विभाग के कई शीर्ष अधिकारी और पुल निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
सूबे के मुखिया नीतीश कुमार सुबह करीब 9 बजे पाया नंबर 51 के पास पहुंचे, जहां मुख्य संरचना का निर्माण तेजी से जारी है। यहां मौजूद इंजीनियरों और अधिकारियों ने उन्हें प्रगति रिपोर्ट विस्तार से दी। बताया गया कि वर्तमान में कंक्रीट, स्टील गर्डर फिटिंग, एप्रोच रोड और अन्य तकनीकी खंडों पर तेज गति से काम चल रहा है। अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से कुल प्रगति, शेष कार्य, तकनीकी चुनौतियों और अगले चरणों की जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण की गति की सराहना की, लेकिन साथ ही इसे और तेज करने का स्पष्ट निर्देश दिया। उन्होंने पुल निर्माण एजेंसी को सख्त लहजे में कहा कि “विदुपुर तक सिक्स लेन पुल को जल्द से जल्द चालू करने की तैयारी होनी चाहिए”। उन्होंने अधिकारियों को मार्च 2026 की समय-सीमा को हर हाल में पूरा करने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना राज्य के विकास से सीधे जुड़ी है और किसी भी प्रकार की देरी आम लोगों की सुविधा पर भारी पड़ सकती है।
फिलहाल कच्ची दरगाह–बिदुपुर सिक्स लेन पुल का एक बड़ा हिस्सा बनकर तैयार हो चुका है और इसे राघोपुर तक खोल दिया गया है। इससे स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली है। पूर्व में राघोपुर जाने वाले लोगों को नाव या लंबे घूमावदार रास्तों का सहारा लेना पड़ता था। पुल के आंशिक रूप से चालू होने के बाद आवाजाही में सुगमता आई है और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां भी तेज हुई हैं।
हालांकि अब सबसे महत्वपूर्ण चरण विदुपुर तक पुल के पूर्ण संचालन का है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि गंगा नदी का प्रवाह, मानसूनी परिस्थितियाँ और नदी के तल की मिट्टी संरचना के चलते कुछ तकनीकी चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन परियोजना निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी कर ली जाएगी। एप्रोच रोड निर्माण, लैंड एलाइनमेंट और सुरक्षा दीवारों का कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण के दौरान निर्माण एजेंसी से यह भी पूछा कि मजदूरों और इंजीनियरों की तैनाती पर्याप्त संख्या में है या नहीं। उन्होंने कहा कि “जब तक इस परियोजना का हर घटक पूरा नहीं हो जाता, तब तक कार्य में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी”। उन्होंने विभाग को निर्देश दिया कि समय-समय पर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठकें आयोजित कर प्रगति की निगरानी सुनिश्चित की जाए।
जानकारी के मुताबिक, पूरा पुल चालू होने के बाद पटना से हाजीपुर और आगे मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर सहित उत्तर बिहार के कई जिलों तक पहुंचने का समय आधे से भी कम हो जाएगा। साथ ही इस सिक्स लेन पुल के चालू होने से ट्रैफिक जाम की वर्षों पुरानी समस्या से भी मुक्ति मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में गांधी सेतु और उससे जुड़े रास्तों पर भारी वाहनों की भीड़ और संकरे लेन के कारण अक्सर लंबा जाम लग जाता है। नया सिक्स लेन पूल इस दबाव को काफी हद तक कम कर देगा।
स्थानीय लोगों में भी पुल को लेकर उत्साह साफ देखने को मिलता है। राघोपुर और बिदुपुर के किसानों से लेकर छोटे व्यापारियों तक, सभी को उम्मीद है कि पुल का पूरा संचालन उनके जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा। जहां एक ओर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं दूसरी ओर व्यापार-व्यवसाय को नई गति मिलेगी। पर्यटन और परिवहन कंपनियां भी इस मार्ग में नई संभावनाएं तलाशने लगी हैं।
निर्माणस्थल के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीधे पटना लौट गए, लेकिन उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले 30 दिनों में परियोजना की प्रगति का विस्तृत रिपोर्ट उन्हें फिर से प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जहां काम रुका है, वहां कारणों की पहचान कर तुरंत समाधान किया जाए। सरकार की ओर से यह भी संकेत दिया गया है कि जरूरत पड़ने पर संसाधनों की संख्या और बजट में बढ़ोतरी की जाएगी।
अंततः, मुख्यमंत्री का यह निरीक्षण स्पष्ट करता है कि सरकार सिक्स लेन पुल परियोजना को लेकर बेहद गंभीर है। यह पुल सिर्फ एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि बिहार के परिवहन तंत्र में ऐतिहासिक बदलाव की दिशा में एक बड़ी छलांग है। यदि मार्च 2026 की निर्धारित समय सीमा पूरी होती है, तो बिहार का सड़क नेटवर्क और भी मजबूत होगा और राजधानी पटना की कनेक्टिविटी एक नए आयाम पर पहुंचेगी।