1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Sun, 14 Dec 2025 06:18:01 PM IST
गिरिराज का हमला - फ़ोटो सोशल मीडिया
BEGUSARAI: दिल्ली की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली पर गिरिराज सिंह ने पलटवार करते हुए राहुल और प्रियंका गांधी पर जमकर निशाना साधा। गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष अभी भी जनता की नब्ज और चाहत को समझ नहीं पा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष लगातार आपत्तिजनक भाषा और बयानबाजी करता रहा है, लेकिन जनता ने बार-बार उन्हें राजनीतिक रूप से खारिज किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बयान इंडी गठबंधन की हताशा को दर्शाते हैं और यह बिहार में मिली हार की बौखलाहट का परिणाम है। इसी कारण जनता ने उन्हें सत्ता में आने का मौका नहीं दिया। वहीं, प्रियंका गांधी द्वारा बैलेट पेपर से चुनाव कराने के सवाल पर गिरिराज सिंह ने दोहरे मानदंड का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस चुनाव जीतती है तो हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में मुख्यमंत्री बनाती है, लेकिन हार की स्थिति में चुनाव प्रणाली पर सवाल उठाती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जनता मूर्ख नहीं है और प्रधानमंत्री मोदी को गाली देकर कांग्रेस अपनी गिरती साख नहीं बचा सकती, बल्कि इससे उनकी साख और गिरेगी।
राहुल गांधी के बयान पर गिरिराज सिंह का पलटवार, मोहन भागवत के वक्तव्य का किया समर्थन
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा यह कहे जाने पर कि उनके सवालों से गृह मंत्री अमित शाह “कांप रहे थे”, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को “थेथोरिलॉजी मास्टर” बताते हुए कहा कि आज तक उन्होंने जिन-जिन मुद्दों को उठाया है, उन पर बाद में उन्हें खुद ही माफी मांगनी पड़ी है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की याद दिलाते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर दिखा दिया कि यह फैसला लेने का साहस केवल वही कर सकते थे। उन्होंने कहा कि जिस कश्मीर में कांग्रेस सरकार में रही, वहां वह ऐसा नहीं कर सकी।
वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के “हर हिंदू के घर में माइकल जैक्सन की जगह स्वामी विवेकानंद की तस्वीर लगनी चाहिए” वाले बयान पर भी गिरिराज सिंह ने समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि यदि हम विवेकानंद, शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और वीर सावरकर जैसे महापुरुषों को स्मरण नहीं करेंगे, तो भारत की राष्ट्रीय चेतना अधूरी रह जाएगी।
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि हर घर में केवल राष्ट्रभक्तों की तस्वीर ही नहीं होनी चाहिए, बल्कि आर्म्स एक्ट में बदलाव पर भी विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे सनातन परंपरा में देवी-देवताओं के हाथों में शस्त्रों की पूजा विजयदशमी के दिन होती है, वैसे ही हर सनातनी के घर में गीता, रामायण के साथ-साथ शस्त्र भी होने चाहिए। साथ ही स्वामी विवेकानंद जैसे राष्ट्रभक्ति के प्रेरणास्रोत महापुरुषों की तस्वीर हर घर में होनी चाहिए।