Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Parbatta Assembly : परबत्ता में जनसभा के दौरान कुर्सी टूटी, मंच पर चिराग और देवेंद्र फड़णवीस गिरे धड़ाम! Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 15 Sep 2025 12:32:19 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Rail Project Approval: पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्र में 12 नई रेल परियोजनाओं के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे को रेल मंत्रालय से हरी झंडी मिल गई है। इन सर्वेक्षणों पर कुल 10.51 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सर्वे के आधार पर आगे चलकर निर्माण कार्य को गति दी जाएगी।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने जानकारी दी कि इन परियोजनाओं के तहत नई रेल लाइनों, बाइपास लाइनों, दोहरीकरण और फ्लाइओवर निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्वीकृत राशि से डिटेल सर्वे कर रूट का निर्धारण, लागत का आकलन, भू-तकनीकी अध्ययन और अन्य तकनीकी तैयारियां की जाएंगी।
इन परियोजनाओं का होगा फाइनल लोकेशन सर्वे
1. सकरी–फारबिसगंज लाइन का दोहरीकरण – 3.096 करोड़
2. समस्तीपुर–हसनपुर–खगड़िया (85 किमी) दोहरीकरण
(ओलापुर–उमेशनगर बाइपास लाइन सहित) – 2.37 करोड़
3. आरा–सासाराम लाइन का दोहरीकरण और DFC से कनेक्टिविटी – 2.32 करोड़
4. सिलौत–जुब्बा सहनी बाइपास लाइन (23 किमी) – 69 लाख
5. ललितग्राम–बीरपुर नई रेल लाइन (नेपाल सीमा के पास) – 66 लाख
6. फतुहा–बिदुपुर नई रेल लाइन (10 किमी, गंगा नदी पर रेल पुल सहित) – 30 लाख
7. फतुहा के पास रेल फ्लाइओवर (6 किमी) – 18 लाख
8. डीडीयू बाइपास लाइन (कुचमन–गंजख्वाजा के बीच ROR सहित) – 18 लाख
9. नेऊरा बाइपास लाइन (6 किमी) – 18 लाख
10. पाटलिपुत्र–फुलवारीशरीफ और पाटलिपुत्र–दानापुर (प्रत्येक 6 किमी) दोहरीकरण – 28.8 लाख
11. बिहारशरीफ बाइपास लाइन (4 किमी) – 12 लाख
12. दनियावां बाइपास लाइन (4 किमी) – 12 लाख
सीपीआरओ के अनुसार, फाइनल लोकेशन सर्वे रेल लाइन या किसी अन्य अवसंरचना के निर्माण से पहले की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यह सर्वे चयनित रूट पर विस्तृत तकनीकी और भू-तकनीकी अध्ययन, निर्माण लागत का अनुमान, तथा डिजाइन और लेआउट तैयार करने के लिए किया जाता है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इन परियोजनाओं से न केवल बिहार और झारखंड जैसे क्षेत्रों में रेल नेटवर्क का विस्तार होगा, बल्कि माल और यात्री परिवहन में भी गति आएगी।