Librarian Vacancy Bihar : 5500 पदों पर जल्द होगी लाइब्रेरियन बहाली की तैयारी, पढ़ाने की जगह रील्स बनाने पर टीचर पर होगा इस तरह का एक्शन; मंत्री का एलान

Librarian Vacancy Bihar : बिहार में नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए राहत की खबर है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने टीआरई-4 शिक्षक बहाली, 5500 पुस्तकालयाध्यक्ष पद और रील्स बनाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई का ऐलान किया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 29 Dec 2025 02:18:36 PM IST

Librarian Vacancy Bihar : 5500 पदों पर जल्द होगी लाइब्रेरियन बहाली की तैयारी, पढ़ाने की जगह रील्स बनाने पर टीचर पर होगा इस तरह का एक्शन; मंत्री का एलान

- फ़ोटो

Librarian Vacancy Bihar : बिहार में नए साल में नौकरी का सपना देख रहे लाखों अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों में टीआरई-4 (शिक्षक भर्ती परीक्षा-4) के तहत होने वाली शिक्षक बहाली की रिक्तियां 15 जनवरी तक बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को भेज दी जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने पुस्तकालयाध्यक्ष, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष शिक्षकों और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर भी अहम जानकारी दी है।


सोमवार को पटना स्थित सूचना भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए गंभीर है और रिक्त पदों को भरने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में लंबे समय से खाली पड़े शिक्षक पदों को भरने के लिए विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और अब केवल औपचारिक प्रक्रिया शेष है।


15 जनवरी तक बीपीएससी को भेजी जाएंगी रिक्तियां

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि टीआरई-4 के तहत शिक्षक बहाली के लिए सभी जिलों से रिक्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। यह प्रक्रिया अंतिम चरण में है और 15 जनवरी तक रिक्तियों की सूची बीपीएससी को भेज दी जाएगी। इसके बाद आयोग द्वारा आगे की परीक्षा और चयन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मंत्री के इस बयान से उन अभ्यर्थियों में उत्साह है, जो लंबे समय से नई शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे थे।


पुस्तकालयाध्यक्ष के 5.5 हजार पदों पर बहाली की संभावना

प्रेस कांफ्रेंस में शिक्षा मंत्री ने यह भी संकेत दिया कि राज्य के स्कूलों में पुस्तकालयाध्यक्षों की बड़ी संख्या में बहाली हो सकती है। उन्होंने बताया कि लगभग 5.5 हजार पदों पर पुस्तकालयाध्यक्षों की नियुक्ति की संभावना है। इससे न केवल पुस्तकालय व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि पुस्तकालय विज्ञान से जुड़े युवाओं को भी रोजगार का अवसर मिलेगा।


दिव्यांग बच्चों के लिए 7 हजार विशेष शिक्षक

राज्य सरकार समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने पर भी जोर दे रही है। इसी कड़ी में शिक्षा मंत्री ने बताया कि दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए करीब 7 हजार विशेष शिक्षकों की बहाली की जाएगी। इन शिक्षकों की नियुक्ति से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को बेहतर शैक्षणिक सहयोग मिलेगा और उनकी पढ़ाई में आने वाली दिक्कतें कम होंगी।


विश्वविद्यालयों से मांगी गई रिक्त पदों की जानकारी

स्कूलों के साथ-साथ उच्च शिक्षा को भी मजबूत करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने राज्य के विश्वविद्यालयों से शिक्षकों के रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। मंत्री ने कहा कि जैसे ही विश्वविद्यालयों से आंकड़े प्राप्त होंगे, वहां भी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे कॉलेज और विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी और छात्रों की पढ़ाई पर सकारात्मक असर पड़ेगा।


रील्स बनाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिक्षकों द्वारा पढ़ाने के बजाय सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि जो शिक्षक या अधिकारी गलत गतिविधियों में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने साफ किया कि शिक्षक का मुख्य दायित्व बच्चों को पढ़ाना है, न कि कक्षा छोड़कर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना।


भ्रष्टाचार पर भी कार्रवाई

शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि विभाग भ्रष्टाचार के मामलों में कोई ढिलाई नहीं बरत रहा है। उन्होंने कहा कि बेतिया और किशनगंज में डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की गई है। आगे भी यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।


अभ्यर्थियों में बढ़ी उम्मीद

टीआरई-4, पुस्तकालयाध्यक्ष और विशेष शिक्षकों की संभावित बहाली की खबर से राज्य के लाखों युवाओं में नई उम्मीद जगी है। लंबे समय से शिक्षक बहाली का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को अब लगने लगा है कि नए साल में उनके सपनों को पंख लग सकते हैं। कुल मिलाकर, शिक्षा मंत्री के इन ऐलानों से साफ है कि बिहार सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार और रोजगार सृजन को लेकर गंभीर है। यदि तय समयसीमा के भीतर प्रक्रिया आगे बढ़ती है, तो आने वाले महीनों में राज्य को हजारों नए शिक्षक मिल सकते हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार की उम्मीद है।