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16-Jan-2025 06:27 PM
Bihar teacher news: बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS ) की ओर से कड़े दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं. इन आदेशों की अवहेलना करने पर स्कूलों और और शिक्षकों के खिलाफ एक्शन लेने के आदेश भी जारी किये गए हैं. राज्यभर के 81 हजार सरकारी स्कूलों में शैक्षिक अनुशासन को लागू करने के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. यह कदम शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और छात्रों के जीवन में अनुशासन और विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है.
एस. सिद्धार्थ ने साफ कहा है कि नए दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा और जो स्कूल या शिक्षक इन नियमों की अनदेखी करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा के इस नए रूप को लागू करने से राज्य में शैक्षिक स्तर में सुधार की उम्मीद की जा रही है, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास और भविष्य उज्जवल होगा.
शिक्षा विभाग की ओर से जारी नए आदेशों के अनुसार छात्र अब स्कूल समय सारणी के अनुसार पूरी तैयारी के साथ आएंगे. उन्हें पाठ्यपुस्तकों, नोटबुक, पानी की बोतल, पेंसिल बॉक्स और साफ-सुथरी वर्दी पहनकर आना अनिवार्य होगा. इसके अलावा, शिक्षकों की जिम्मेदारी भी बढ़ाई गई है. वे कक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले विद्यालय पहुंचेंगे और ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे.
शिक्षकों को अपनी कक्षाओं में पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा भी देनी होगी. कक्षा में प्रत्येक शिक्षक पाठ योजना का पालन करेंगे, बच्चों को होमवर्क देंगे और साप्ताहिक टेस्ट लेंगे. इसके अलावा, शिक्षक छात्रों के प्रगति कार्ड पर भी काम करेंगे, जो हर तीन महीने में बच्चों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेंगे. शिक्षकों को बच्चों में अंग्रेजी भाषा के कौशल को विकसित करने पर जोर देना होगा. यह कदम राज्य में छात्रों के लिए बेहतर करियर के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा.