1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 11 Dec 2025 06:53:21 AM IST
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बिहार में ठंड ने पकड़ी रफ्तार, घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित; मौसम विभाग ने जारी की शीतलहर चेतावनी
बिहार में सर्दी ने अचानक रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है, जबकि सुबह के समय घने कोहरे ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। पछुआ हवा के कारण ठिठुरन लगातार बढ़ती जा रही है और लोग गर्म कपड़ों के साथ अलाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए और अधिक कड़ाके की ठंड की चेतावनी जारी कर दी है।
बुधवार की सुबह पटना, गोपालगंज, बेतिया, बगहा, किशनगंज, बेगूसराय, मधेपुरा, खगड़िया, ओरंगाबाद और भागलपुर समेत 10 से अधिक जिलों में घना कोहरा छाया रहा। कई जगहों पर सुबह-सुबह विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर के बीच दर्ज की गई, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी हो गई, वहीं पटना-बख्तियारपुर, गोपालगंज-सीवान और मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रूट्स पर यातायात प्रभावित रहा। ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और भी कठिन रही। कई गांवों में लोग सुबह-सुबह अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश करते दिखे। बूढ़े और बच्चे इस बदलते मौसम का सबसे ज्यादा असर झेल रहे हैं। छोटे दुकानदार भी ठंड के कारण समय से पहले दुकानें बंद कर रहे हैं। वहीं रिक्शा, ठेला और दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह ठंड बड़ी चुनौती बनकर आई है, क्योंकि सुबह का काम ठप सा हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, वर्तमान में बिहार पछुआ हवा की चपेट में है, जिसके कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे जा रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 3 से 4 दिनों तक यह ठंड का दौर इसी तरह जारी रहेगा। इस दौरान घना कोहरा भी अपने चरम पर रहेगा। विभाग ने लोगों को सुबह और रात के समय अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
भागलपुर के सबौर और औरंगाबाद जिले में न्यूनतम तापमान गिरकर 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो इस सीजन का अब तक का सबसे कम रिकॉर्ड है। सबौर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री दर्ज किया गया था। मधेपुरा, नालंदा, पटना, खगड़िया और कई अन्य जिलों में पिछले 24 घंटे घने कोहरे की चादर बिछी रही। लगातार बादल छाए रहने के कारण दिन में धूप की नरमी भी महसूस की जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में हो रही बर्फबारी का भी असर बिहार के मौसम पर पड़ रहा है।
ठंड बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार और जोड़ों के दर्द से पीड़ित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। डॉक्टरों ने बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी मौसम को देखते हुए जल्द चेतावनी जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इस बीच, ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव की संभावना है। हालांकि अभी आधिकारिक आदेश नहीं आया है, लेकिन शिक्षा विभाग स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहा है।
कुल मिलाकर, बिहार इस समय कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की दोहरी मार झेल रहा है। आने वाले दिनों में तापमान और नीचे जा सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है।