ब्रेकिंग न्यूज़

Diwali 2025: 100 साल बाद दिवाली पर बनेगा महालक्ष्मी राजयोग, जानिए.. शुभ मुहूर्त और पूजन के खास उपाय Diwali 2025: 100 साल बाद दिवाली पर बनेगा महालक्ष्मी राजयोग, जानिए.. शुभ मुहूर्त और पूजन के खास उपाय Bihar Crime News: बिहार पुलिस के तीन पैंथर जवान अरेस्ट, शराब के नशे में करते थे अवैध उगाही Bihar Crime News: बिहार पुलिस के तीन पैंथर जवान अरेस्ट, शराब के नशे में करते थे अवैध उगाही अयोध्या दीपोत्सव 2025: रामनगरी में 26 लाख दीयों से जगमगाई सरयू, सीएम योगी ने किया श्रीराम का राज्याभिषेक अयोध्या दीपोत्सव 2025: रामनगरी में 26 लाख दीयों से जगमगाई सरयू, सीएम योगी ने किया श्रीराम का राज्याभिषेक चुनाव से पूर्व जांच में ₹1.58 लाख कैश बरामद, पश्चिम चम्पारण में दो चेक पोस्टों पर कार्रवाई Narak Chaturdashi 2025: यम का दीपक जलाते समय डाले ये चीजें, यमराज को प्रसन्न करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में जलाएं दीप Narak Chaturdashi 2025: यम का दीपक जलाते समय डाले ये चीजें, यमराज को प्रसन्न करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में जलाएं दीप Diwali 2025: दिवाली को लेकर फायर डिपार्टमेंट ने बनाया बड़ा प्लान, पटना को 4 जोन में बांटा; 45 पॉइंट्स पर टीमें तैनात

Mahila Rojgar Yojana : महिलाओं के खाते में फिर आए 10 हजार रुपए, जानें आपके अकाउंट में आएंगे या नहीं पैसे ?

Mahila Rojgar Yojana : बिहार सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को दिवाली का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत आज राज्य की लाखों महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की चौथी किस्त भेजी जा रही है, जिससे महिलाओं को आत्मनिर

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 17 Oct 2025 02:40:31 PM IST

Mahila Rojgar Yojana

Mahila Rojgar Yojana - फ़ोटो FILE PHOTO

Mahila Rojgar Yojana : बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना (Mahila Rojgar Yojana) के तहत आज राज्यभर की महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की चौथी किस्त भेजी जा रही है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और छोटे स्तर पर रोजगार शुरू करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।


सरकार ने बताया कि अब तक इस योजना के तहत 1.21 करोड़ महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। प्रत्येक लाभार्थी महिला के बैंक खाते में 10 हजार रुपये की राशि सीधे ट्रांसफर की गई है। इस रकम की मदद से कई महिलाओं ने अपना खुद का छोटा कारोबार शुरू किया है, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।


इस योजना की शुरुआत बिहार सरकार ने 29 अगस्त 2025 को की थी। इसके तहत अब तक तीन किस्तें जारी हो चुकी हैं और चौथी किस्त आज (17 अक्टूबर) महिलाओं के खातों में भेजी जा रही है। शुरुआत में लाभार्थियों को 10 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है, लेकिन सरकार का कहना है कि अगर महिलाएं छह महीने बाद भी अपना रोजगार जारी रखती हैं, तो उन्हें आगे चलकर 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी।


बिहार सरकार ने इस योजना के तहत महिलाओं को 18 तरह के छोटे कारोबारों के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट देने की योजना बनाई है। इनमें सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, पापड़-बड़ी बनाना, हैंडीक्राफ्ट, मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय शामिल हैं।


इस योजना की पहली किस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 26 सितंबर को 75 हजार महिलाओं के खातों में भेजी थी। इसके बाद दूसरी किस्त 3 अक्टूबर को 25 लाख महिलाओं को दी गई और तीसरी किस्त 6 अक्टूबर को 21 लाख महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। अब चौथी किस्त 17 अक्टूबर को दी जा रही है।


सरकार ने पहले ही इन किस्तों की तारीखें तय कर दी थीं ताकि इसे चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन न माना जाए। इसलिए यह घोषणा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले कर दी गई थी। योजना के अनुसार, महिलाओं को हर सात दिन के अंतराल पर किस्तें मिलेंगी। 17 अक्टूबर के बाद अगली किस्तें 24 और 31 अक्टूबर, जबकि नवंबर में 7, 14, 21 और 28 नवंबर को आएंगी। दिसंबर में अंतिम किस्तें 5, 12, 19 और 26 दिसंबर को भेजी जाएंगी।


राज्य सरकार का दावा है कि यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। ग्रामीण इलाकों में इस योजना के तहत मिलने वाली राशि से कई महिलाएं स्वरोजगार शुरू कर चुकी हैं और अब दूसरों को भी रोजगार दे रही हैं।


अगर आपने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का आवेदन फॉर्म भरा है और आपकी एप्लीकेशन स्वीकार हो चुकी है, तो पैसा आपके बैंक अकाउंट में अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा। जो महिलाएं यह जानना चाहती हैं कि उनका नाम लिस्ट में है या नहीं, वे ऑनलाइन “बिहार जीविका लिस्ट” में जाकर अपना नाम आसानी से चेक कर सकती हैं। इस तरह बिहार सरकार की यह पहल न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है, बल्कि राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रही है।