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1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Sat, 17 May 2025 02:51:01 PM IST
 
                    
                    
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Bihar News: बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है. थाना-अंचल से लेकर सचिवालय तक सरकारी सेवक भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं. करप्शन से लोग त्राहिमाम कर रहे, अफसर बिहार का पैसा लूटकर विदेश भेज रहे. अब जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर भ्रष्टाचार पर पड़ी है. 16 मई को नीतीश कुमार ने करप्शन को लेकर हाईलेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने कई विभागों का बजाप्ता नाम लेकर जांच एजेंसियों को कार्रवाई करने को कहा. मुख्यमंत्री ने जिन विभागों का नाम लिया, उनमें परिवहन और खनन विभाग भी था. सीएम नीतीश ने परिवहन विभाग का नाम क्यूं लिया...दो-तीन उदाहरण से बताते हैं कि किस तरह से विभाग के अधिकारी-कर्मी भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डूबकी लगा रहे. विभाग के बड़े अधिकारी जानते-समझते हुए भी चुप बैठे हैं या फिर उनका भी शेयर है.
भ्रष्टाचार को लेकर दो डीटीओ कार्यालय चर्चा में
परिवहन विभाग के कई डीटीओ कार्यालय हाल में चर्चा में आया है. सभी जगह भ्रष्टाचार के आरोप हैं. दिखाने के लिए केस भी दर्ज हुआ लेकिन विभाग के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनवरी 2025 में बेतिया जिलाधिकारी ने छापेमारी कर परिवहन के मोटरयान निरीक्षक के खेल को पकड़ा. डीएम ने गाड़ियों के फिटनेस जांच की पूरी पोल पट्टी खोल दी. रेड में परिवहन के मोटरयान निरीक्षक का मोबाईल भी दलाल के पास से पकड़ा गया.वहीं, भोजपुर जिले के डीटीओ कार्यालय के अधिकारियों-कर्मियों द्वारा ट्रक मालिक से 1 लाख 24 हजार वसूली में डीटीओ के सिपाही पर केस दर्ज हुआ है, वहीं डीटीओ के खिलाफ जांच जारी है.
डीएम ने की थी छापेमारी
30 जनवरी को बेतिया के जिलाधिकारी ने मोटरयान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह के खेल का खुलासा किया था. जांच में पाया गया था कि बेतिया के मोटरयान निरीक्षक गाड़ियों की फिटनेस जांच का काम भाड़े पर आदमी रखकर कराते हैं. एमवीआई अपना सरकारी मोबाइल तक भाड़े के आदमियों के जिम्मे सौंप रखा है. पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने जब छापेमारी की तो इस खेल का खुलासा हुआ. बेतिया के जिला परिवहन पदाधिकारी ने बजाप्ता थाने में मुकदमा दर्ज कराया,जिसमें मोटरयान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह को आरोपी बनाया गया . इतने बड़े खेल का खुलासा होने के बाद भी आरोपी एमवीआई अनूप कुमार सिंह के खिलाफ परिवहन विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की.
बेतिया डीटीओ ने एमवीआई अनूप सिंह पर दर्ज कराया था केस
पश्चिम चंपारण( बेतिया) के जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने 30 जनवरी को मुफस्सिल थाने में जो प्राथमिक की दर्ज कराई थी. डीटीओ की तरफ से दर्ज कराए गए केस में कहा गया है कि उन्हें विभिन्न माध्यमों से फिटनेस जांच के लिए अवैध रुपया वसूलने की शिकायत मिल रही थी. इस आलोक में 30 जनवरी 3:30 बजे बेतिया के आईटीआई फील्ड का निरीक्षण किया. जिसमें गाड़ियों का फिटनेस, ट्रांसफर व अन्य कार्यों के लिए 9 लोग उपस्थित थे. फील्ड में संतोष कुमार दास, मोटर या निरीक्षक बेतिया उपस्थित थे.इनके द्वारा वाहनों के ट्रांसफर के लिए नियमित जांच की जा रही थी. फील्ड में डीटीओ कार्यालय के डाटा एंट्री ऑपरेटर हैदर अंसारी मिले. उनसे पूछताछ की गई तो बताया की मोटर यान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ वाहनों के फिटनेस जांच के लिए फोटो खींचने आए हैं. जांच के दौरान फिटनेस जांच के लिए प्राधिकृत मोटर यान निरीक्षक (mvi) अनूप कुमार सिंह अनुपस्थित पाए गए. उनको देखते ही 5-6 की संख्या में लोग कागज लेकर भागने लगे. दो व्यक्तियों को पीछा करके पकड़ा गया. जिसमें एक राजीव कुमार और दूसरे राजू सिंह था. अन्य लोग संभतः पैसा और कागज लेकर भागे हैं. पकड़े गए लोगों के पास से परिवहन विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार के कागजात, राजीव कुमार के पास से चार मोबाइल मिला है .गाड़ियों को भी जब्त किया गया.बेतिया डीटीओ ने थाने में दिए आवेदन में यह भी उल्लेख किया है कि फील्ड में मौजूद दूसरे मोटर यान निरीक्षक संतोष कुमार दास एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर हैदर अंसारी ने पकड़े गए दोनों दलालों को अनूप कुमार सिंह, मोटर यान निरीक्षक के साथ बराबर देखे जाने की पुष्टि की है. जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने जो केस दर्ज कराया है, उसमें कहा है कि पकड़े गए दोनों शख्स की गाड़ी से परिवहन विभाग के कागजात पाया जाना संदेहास्पद है. स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि अवैध राशि की उगाही में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. फिटनेस जांच के लिए प्राधिकृत अनूप कुमार सिंह मोटर यान निरीक्षक जांच स्थल से अनुपस्थित रहे, यह गंभीर मामला है.
भोजपुर डीटीओ-एमवीआई को भेजा गया नोटिस
सबसे ताजा मामला भोजपुर का है, जहां जिला परिवहन पदाधिकारी, मोटरयान निरीक्षक वअन्य पर गंभीर आरोप लगे हैं. 1.24 लाख रू वसूली के मामले में भोजपुर डीटीओ कार्यालय के सिपाही पर 30 अप्रैल को केस दर्ज हुआ. इधर,जिलाधिकारी ने पूरे मामले में जांच टीम गठित की है. जांच टीम ने भोजपुर जिले के डीटीओ रविरंजन, एमवीआई धनोज कुमार से लेकर सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है.
भोजपुर के जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता ने इस संबंध में नोटिस जारी कर सभी को उपस्थित होकर साक्ष्य समेत लिखित पक्ष रखने को कहा था . भोजपुर जिला ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि वह पूरे सबूत के साथ अपना पक्ष रखेंगे और भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे . उन्होंने बताया कि अगली तारीख पर साक्ष्य के साथ शपथ पत्र देंगे .एडीएम सह जिला लोक शिकायत निवारण प्राधिकारी ने पूरे मामले से जुड़े आठ लोगों के पास नोटिस भेजा है. जिसमें जिला परिवहन पदाधिकारी रवि रंजन, मोटरयान निरीक्षक धनोज कुमार , परिवहन विभाग के सिपाही रोहित कुमार, जिला ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार, गाड़ी मालिक और उनके रिश्तेदार अंकित कुमार, दलाल हकीकत कुमार और सीमा कुमारी शामिल है.
भोजपुर ट्रक ऑनर एसोशिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने खोली है पोल
बता दें, भोजपुर जिला ट्रक ऑनर एसोशिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार के आवेदन पर भोजपुर जिले के कोईलवर थाने में डीटीओ कार्यालय के सिपाही व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. भोजपुर डीटीओ कार्यालय के सिपाही रोहित कुमार एवं अन्य के खिलाफ दिए आवेदन में आवेदक ने बताया कि ये सभी खनन कानून का भय दिखाकर एक लाख चौबीस हजार रू अवैध तरीके से लिए हैं. गाड़ी सं- BR05GD7161 के मालिक अमित कुमार ने उन्हें जानकारी दी थी कि उनसे स्कैनर के माध्यम से 1 लाख रू और नकद 24 हजार रू लिए गए। यूपीआई के माध्यम से हकीकत कुमार और सीमा कुमारी के बैंक खाते में वो राशि गई है. ट्रक मालिक ने साक्ष्य के तौर पर जिस स्कैनर पर राशि भेजी गई है वो दिया है.
आवेदक अजय कुमार ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि हमने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की थी. भोजपुर जिला ट्रक ऑनर संघ के अध्यक्ष होने के नाते हमने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. इस घटना में जिला परिवहन पदाधिकारी एवं मोटरयान निरीक्षक की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसके बाद कोईलवर थाने की पुलिस ने 30 अप्रैल को केस सं-116-25 दर्ज किया है. बीएनएस की धारा 308(2)(3), 316 (5) व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है.