1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 09 Dec 2025 12:35:44 PM IST
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Barh news : बाढ़ जिले के उमनाथ स्थित मुक्ति धाम के पास सोमवार रात एक होटल में दाह संस्कार के बाद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस घटना में छह लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना की पृष्ठभूमि यह है कि अथमलगोला के सरिस्तापुर गांव के एक व्यक्ति की हाल ही में मौत हुई थी। मृतक के अंतिम संस्कार के लिए उनके परिवारजन और गांव के अन्य लोग मुक्ति धाम पहुंचे थे। दाह संस्कार के बाद भोजन का इंतजाम पास के ही एक होटल में किया गया। खाने की गुणवत्ता और बिल को लेकर विवाद शुरू हुआ। होटल संचालक ने भोजन का बिल लगभग 3,600 रुपए बताया। खाने की गुणवत्ता ठीक न होने का हवाला देते हुए लोग बिल में कमी करने की बात कहने लगे। इसी बात को लेकर होटल संचालक और स्टाफ के साथ तीखी बहस हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई।
मौके पर लाठी-डंडे और ईंट तक चले, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मारपीट के दौरान कई लोग घायल हुए और उन्हें तुरंत अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। घायलों में पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं। घायलों ने बताया कि उनके गांव में किसी की मौत होने पर वे अक्सर इसी होटल में भोजन का इंतजाम करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि होटल संचालक शराब के नशे में था, जिस कारण विवाद हिंसक रूप ले गया। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
होटल संचालक और स्टाफ का कहना है कि उन्होंने बिल सही तरीके से प्रस्तुत किया था और खाने की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी। उनका दावा है कि मारपीट अचानक हुई और इससे होटल को नुकसान भी हुआ।स्थानीय पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रित की। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और अन्य लोगों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई कर रही है। CCTV फुटेज और अन्य सबूतों की भी जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दाह संस्कार जैसी संवेदनशील स्थिति में इस तरह का विवाद न केवल परिवार के लिए दुखद है बल्कि आसपास के माहौल को भी अस्थिर कर देता है। प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा रखने की अपील की है।इस घटना ने यह सवाल भी उठाया है कि अंतिम संस्कार जैसे अवसरों पर भोजन और बैठने जैसी व्यवस्थाओं को व्यवस्थित रूप से कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में शांति बनाए रखना और प्रशासनिक निगरानी आवश्यक है।
होटल में हुई मारपीट ने ग्रामीणों और स्थानीय समुदाय में भी भय का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी। घटना ने यह संदेश भी दिया है कि सामाजिक और पारिवारिक अवसरों में शांति बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। मामूली विवाद भी गंभीर परिणाम दे सकता है, यदि इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए।