1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Dec 2025 05:52:17 PM IST
इलाके में दहशत - फ़ोटो सोशल मीडिया
BETTIAH: बिहार के पश्चिम चंपारण के बेतिया में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने जमकर तांडव मचाया। यहां मैनाटांड़ थाना क्षेत्र के चिउटाहा गांव में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शातिर शशांक पांडेय ने शागिर्दों के साथ मिलकर किसान जिशान जुल्फेकार के फार्म हाउस में तोड़फोड़ और लूटपाट की। इससे भी मन नहीं भरा तो आग लगा दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुख्यात शूटर शशांक पांडेय को धड़ दबोचा।
पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ थाना क्षेत्र के चिउटाहा गांव में शनिवार को ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। पुरैनिया गांव के किसान जीशान जुल्फेकार का फार्महाउस अचानक तबाह हो उठा, जब लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात शूटर शशांक पांडेय अपने दर्जनों गुर्गों के साथ वहां धावा बोल दिया। पहले फार्महाउस की बाउंड्री दीवार ध्वस्त की गई, उसके बाद हथियारों से लैस भीड़ भीतर घुस पड़ी। अंदर पहुंचते ही तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी का ऐसा सिलसिला चला कि कुछ ही मिनटों में पूरा परिसर राख और मलबे में बदलने लगा।
किसान जीशान के मुताबिक करीब दो सौ लोग फार्महाउस में घुसे थे। कई लोगों के हाथ में धारदार हथियार थे, तो कई के पास पिस्टल। फार्महाउस के कमरों, स्टोर और शेड में रखे धान–गेहूं को लूट लिया गया, मवेशियों को भगाया गया और कई जगह आग लगा दी गई। इसी अफरा–तफरी के बीच शशांक पांडेय खुद जीशान के सामने आया और कनपटी पर पिस्टल सटा कर बोला फॉर्म हाउस मेरे नाम कर दो, नहीं तो यहीं खत्म कर दूंगा। जब पड़ोसी महिला सहबुन खातून ने यह सब रोकने की कोशिश की, तो शशांक ने उनके सिर पर पिस्टल तान दी। उसके बाद उसके साथी अविनाश मिश्रा ने लोहे की रॉड से वार कर उन्हें घायल कर दिया। हमलावर सहबुन खातून के घर भी घुसे और जेवर व कीमती सामान लेकर फरार हो गए।
पूरा गांव इस वारदात के दौरान खामोशी में कैद था—किसी में आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शनिवार को शशांक पांडेय सहित उसके तीन साथियों अविनाश मिश्रा, हरिराज मांझी और रघु मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गांव में आज भी दहशत का माहौल है और पुलिस लगातार कैंप कर रही है। शशांक कोई साधारण अपराधी नहीं है। वह लंबे समय से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहा है। हथियारों के साथ रील बनाकर सोशल मीडिया पर दहशत फैलाना उसकी पहचान है। इन्हीं वीडियो की वजह से वह गैंग के संपर्क में आया।
बताया जाता है कि शशांक लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई और गैंगस्टर विक्रम बरार का करीबी है। नेपाल में बेस बनाना, नए लड़कों की भर्ती करना और उन्हें धमकी व रंगदारी की ट्रेनिंग देना ये सब उसकी जिम्मेदारी थी। 2023 में मोतिहारी पुलिस ने उसे मेड–इन–इटली 9 एमएम पिस्टल के साथ भी पकड़ा था। उसका नाम सलमान खान फायरिंग केस में भी आया था। अप्रैल 2024 में गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग में शामिल दोनों शूटर बेतिया के ही रहने वाले थे और उन्हें नेपाल में शशांक ने ट्रेनिंग दी थी।
इससे पहले वह अंबाला में AAP नेता से 50 लाख की रंगदारी मांगकर फायरिंग कर चुका है और जयपुर की ज्वेलरी शॉप से एक करोड़ की लूट में भी शामिल था।चिउटाहा गांव में हुई इस वारदात ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की जड़ें बिहार तक पहुंच चुकी हैं और शशांक पांडेय जैसे लोग यहां अपनी पकड़ बनाने में जुटे थे। फिलहाल पुलिस ने भले कार्रवाई की हो, लेकिन गांव में फैली दहशत अभी भी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। शशांक पांडे ने सिकटा विधानसभा क्षेत्र से एमएलए के चुनाव के लिए तेजप्रताप के पार्टी से नामांकन भी किया था लेकिन नामांकन को रद्द हो गया । इधर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया मामलें मे 17 ज्ञात तथा 100 से 200 लोगो के विरुद्ध एफआईआर किया गया है। वही पुलिस ने शशांक पांडेय सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार कर अग्रतर कार्रवाई करने मे जुटी हुई है।