Excise department raid : बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर ईंट-पत्थर से हमला,3 सिपाही घायल, फायरिंग कर ग्रामीणों ने आरोपी को छुड़ाया

बिहार के चकिया जिले में उत्पाद विभाग की टीम द्वारा अवैध शराब की छापेमारी के दौरान ग्रामीणों ने हमला किया। हमले में तीन सिपाही घायल हुए और आरोपी धर्मेंद्र कुमार को भीड़ ने छुड़ा लिया। गोदाम से तीन कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की गई। प्रशासन ने गोदाम सील

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Dec 2025 09:31:54 AM IST

Excise department raid : बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर ईंट-पत्थर से हमला,3 सिपाही घायल, फायरिंग कर ग्रामीणों ने आरोपी को छुड़ाया

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Excise department raid : बिहार के चकिया के अहिरौलिया क्षेत्र में उत्पाद विभाग की टीम द्वारा अवैध शराब के खिलाफ की गई छापेमारी हिंसक संघर्ष में बदल गई। उत्पाद विभाग की टीम धर्मेंद्र कुमार के गोदाम पर छापेमारी करने पहुंची। छापेमारी के दौरान तीन कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की गई, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने टीम पर पत्थर फेंककर हमला कर दिया। हमले में कई सिपाही घायल हो गए और पकड़ा गया आरोपी धर्मेंद्र कुमार भीड़ द्वारा छुड़ा लिया गया।


मधुबन उत्पाद थाना के निरीक्षक सुरेंद्र कुमार की अगुवाई में उत्पाद निरीक्षक सुरेंद्र कुमार, दारोगा जुल्फिकार खान, दारोगा संजय कुमार सिंह और अन्य जवानों की टीम ने गोदाम पर छापेमारी की। टीम को सूचना मिली थी कि धर्मेंद्र कुमार ने अपने घर के बगल में गोदाम बनाकर अवैध शराब रखी है। गोदाम का ताला तोड़कर टीम ने तीन कार्टन में रखी लगभग 22 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की। आरोपी धर्मेंद्र कुमार को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाया गया।


जैसे ही टीम आरोपी को ले जाने लगी, स्थानीय ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर फेंकना शुरू किया और आरोपी को पकड़कर गाड़ी से छुड़ा लिया। इस दौरान फायरिंग की भी सूचना मिली। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि टीम ने जाते समय फायरिंग की, जबकि उत्पाद विभाग का कहना है कि हमले के दौरान ग्रामीणों ने ही फायरिंग की। इस हिंसक संघर्ष में तीन सिपाही घायल हुए।


घटना के तुरंत बाद उत्पाद विभाग ने गोदाम को सील कर दिया। मधुबन उत्पाद थाना के निरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है। घायल सिपाहियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी स्थिति स्थिर है। प्रशासन ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है।


घटना ने स्थानीय प्रशासन और उत्पाद विभाग के लिए चिंता बढ़ा दी है। इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि शराब कारोबार को लेकर यह विवाद लंबे समय से मौजूद था। कई बार टीम ने छापेमारी की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों का विरोध और हिंसक रवैया लगातार चुनौती बना रहा है।


अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई केवल कानूनी पहलू तक सीमित नहीं हो सकती। सुरक्षा और स्थानीय समुदाय की जागरूकता भी जरूरी है। उत्पाद विभाग ने संकेत दिया है कि भविष्य में इस तरह की छापेमारी अधिक संगठित तरीके से की जाएगी और सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। सुरेंद्र कुमार ने कहा कि गोदाम सील करने के बाद भी जांच जारी है। आरोपी धर्मेंद्र कुमार को पकड़ने के लिए अन्य कानूनी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि घायल सिपाहियों की स्थिति स्थिर है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।