1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 19 May 2025 03:10:32 PM IST
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Bihar News: बिहार के दरभंगा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक होटल में ग्राहक और होटल कर्मियों के बीच जमकर मारपीट और तोड़फोड़ की गई है। विवाद की शुरुआत तब हुई जब ग्राहक ने मटन बिरयानी की जगह बीफ बिरयानी परोसे जाने का आरोप लगाया, जिसे लेकर विवाद इतना बढ़ा कि मामला मारपीट, गाली-गलौज और हिंसा तक पहुंच गया। यह घटना मब्बी थाना क्षेत्र के शीशो रोड स्थित होटल की है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राहक मो. राशिद, जो अलीनगर थाना क्षेत्र के रूपसपुर के निवासी हैं, उन्होंने बताया कि वे अपने रिश्तेदारों के साथ होटल में मटन बिरयानी खाने गए थे। लेकिन टेबल पर उन्हें जो बिरयानी दी गई, वह बीफ बिरयानी थी। खाने के बाद जब उन्होंने शिकायत की, तो होटल स्टाफ ने उन्हें उल्टा गाली-गलौज की और मारपीट की। राशिद की ओर से होटल स्टाफ सद्दाम, दानिश फरीद, शोएब खान, जिशान, तुफैल खान समेत करीब दो दर्जन अज्ञात कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
वहीं, दूसरी ओर होटल के कर्मचारी मो. तुफैल ने भी मो. राशिद और उनके साथियों के खिलाफ प्रत्युत्तर में एफआईआर दर्ज कराई है। तुफैल का आरोप है कि राशिद और उनके साथी जबरन खाना खा गए व बिल भी नहीं चुकाया और रंगदारी की मांग करने लगे। साथ ही होटल में तोड़फोड़ की और आर्थिक क्षति पहुंचाई। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
मब्बी थानाध्यक्ष ने बताया कि होटल की फूड सामग्री की जांच की गई है। जांच में बीफ जैसी कोई सामग्री नहीं पाई गई। पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है ताकि घटना की वास्तविकता स्पष्ट हो सके। दोनों पक्षों की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जारी है। सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच पहले से विवाद चला आ रहा है। बताया जा रहा है कि इसी तरह की एक पुरानी घटना सकरी स्थित एक अन्य होटल में भी हो चुकी है, जहां मारपीट की नौबत आ गई थी। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि यह विवाद कहीं पूर्व नियोजित तो नहीं था।
स्थानीय प्रशासन ने होटल मालिकों को निर्देश दिया है कि मेन्यू कार्ड में स्पष्ट उल्लेख करें कि कौन-सा मांस इस्तेमाल हो रहा है। साथ ही धार्मिक भावना आहत न हो, इसका विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। यह घटना केवल एक भोजन की गलतफहमी नहीं बल्कि सामाजिक सौहार्द, कानून व्यवस्था और भोजन पहचान की पारदर्शिता से भी जुड़ी है। पुलिस की निष्पक्ष जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि गलती किसकी थी, लेकिन ऐसे मामलों में सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता बेहद ज़रूरी है।