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सतुआनी पर बक्सर के गंगा घाट पर उमड़ा जनसैलाब, महाजाम से लोग दिनभर रहे परेशान

शहर में भयंकर जाम ने लोगों को हलकान कर दिया, प्रशासन की तमाम तैयारियों के बावजूद यातायात व्यवस्था चरमराई रही। लेकिन इन सबके बीच गूंजते जयकारों और गंगा आरती की भव्यता ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 14 Apr 2025 04:14:46 PM IST

BIHAR

महाजाम से परेशान - फ़ोटो GOOGLE

BUXAR: देशभर में 14 अप्रैल को सतुआनी पर्व मनाया गया। इस दिन गंगा स्नान कर दान करने का विशेष महत्व होता है। बक्सर के गंगा घाट पर सोमवार को श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा। लाखों श्रद्धालुओं ने बक्सर के रामरेखा घाट पर गंगा में डुबकी लगाई। अहले सुबह से ही लोगों का आना शुरू हो गया था। जिसके कारण बक्सर शहर में महाजाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जाम की समस्या से दिनभर लोग हलकान रहे। सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखने को मिली। चिलचिलाती धूप में लोग घंटों जाम में फंसे रहे।  


सतुआनी पर्व के मौके पर सत्तू के साथ आम के कच्चे टिकोले को खाने की पुरानी परंपरा रही है। वहीं आज मुंडन संस्कार का मुहूर्त रहने के कारण लोगों की काफी भीड़ गंगा घाट पर उमड़ी। इस दौरान गंगा मैया के जयकारों से पूरा इलाका गूंज उठा। संस्कार को लेकर आज बक्सर के रामरेखा घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। दूर-दूर से पहुंचे लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर सत्तू, कच्चा आम, मूली तथा गुड़ खाकर दान-पुण्य भी किया। वही अपनी मन्नत पूरी करने तथा अपने बच्चों का इस शुभ मुहूर्त में मुंडन संस्कार को लेकर लाखो की संख्या में लोग उत्तरायणी गंगा के तट पर स्थित रामरेखा घाट पर पहुंच इस लोकपर्व सतुआन पर्व को बड़े ही श्रद्धा और प्रेम के साथ मनाते हुए मुंडन संस्कार कर अपनी मन्नते पूरी की.


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज ही के दिन भगवान विष्णु ने राजा बलि को हराने के बाद सत्तू खाया था। इसीलिए इसदिन श्रद्धालु बड़े ही श्रद्धा के साथ सत्तू खाने की परंपरा को निभाते हुए सतुआन पर्व को  प्रेमपूर्वक मनाते है। वहीं गंगा आरती रामरेखा घाट के मुख्य पुजारी लाला बाबा इस लोकपर्व सतुआन का महत्व तथा आज के दिन मुंडन संस्कार का महत्व बताते हुए कहते है कि आज सतुआन के दिन रामरेखा घाट पर जिन बच्चों का मुंडन संस्कार किया जाता हैं, उन बच्चों का बुद्धि-ज्ञान बहुत ज्यादा होता हैं और वहीं बच्चे बड़े अधिकारी भी बनते है। यही वजह है कि आज बिहार के दूर - दराज इलाको समेत उत्तरप्रदेश से भी लाखों - लाख की संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी हुई है।


वही जिला प्रशासन द्वारा इस भीड़ को नियंत्रित करने तथा नगर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने हेतू शहर के बाहर ही भारी वाहनों को रोक दिया गया था तथा शहर के अंदर नो एंट्री कर दी गयी थी। मगर फिर भी शहर के हर चौक -चौराहों पर भयंकर महाजाम की स्थिती बनी रही और लोग इस जाम से हलकान होने के साथ - साथ पुलिस प्रशासन को कोसते हुए अपनी भड़ास निकालते नजर आये।


बिहार के बक्सर जिले में आस्था का महासागर उमड़ पड़ा है। सतुआनी पर्व के पावन अवसर पर रामरेखा घाट श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। लाखों लोगों ने गंगा में डुबकी लगाकर न केवल अपने तन को पवित्र किया, बल्कि दान-पुण्य कर आत्मा की शुद्धि भी की। सत्तू, कच्चा आम, मूली और गुड़ के साथ इस लोकपर्व की परंपरा को निभाते हुए लोगों ने बड़ी श्रद्धा से पर्व मनाया। वहीं मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त ने घाटों पर आस्था की भीड़ को और भी बढ़ा दिया। दूसरी ओर, शहर में भयंकर जाम ने लोगों को हलकान कर दिया, प्रशासन की तमाम तैयारियों के बावजूद यातायात व्यवस्था चरमराई रही। लेकिन इन सबके बीच गूंजते जयकारों और गंगा आरती की भव्यता ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।