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07-Feb-2025 11:56 AM
BIHAR NEWS बिहार के आरा से सांसद सुदामा प्रसाद ने भोजपुर डीएम की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की है। उन्होंने इसकी जानकारी एक पत्र के माध्यम से दी है। दरअसल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए सुदामा प्रसाद आर के रमना मैदान गए थे। इसके लिए उन्हें निमंत्रण दिया गया था लेकिन कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद उनके बैठने के लिए कोई स्थान आरक्षित नहीं था।
इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे सांसद सुदामा प्रसाद ने वहां पूछा कि मेरी सीट कहां है तो उन्हें एसपी के बगल में बैठा दिया गया। इतना ही सबसे बड़ी बात यह रही कि डीएम के आने के बाद वह सीट भी उनसे खाली करवा दी गई। अब सुदामा प्रसाद का सवाल है कि क्या यह संसद को दिए गए प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है?
इसके साथ ही सुदामा प्रसाद ने यह आरोप लगाते हुए कहा है कि ये कोई अकेली घटना नहीं है। ऐसे अन्य कई उदाहरण भी हैं, जहां डीएम ने मेरी उपस्थिति को स्वीकार नहीं किया और यहां तक की जिले में क्रियान्वित की जा रही योजनाओं और नीतियों के बारे में जानकारी देने से भी इनकार कर दिया। उनका कहना है कि किसी नवनिर्वाचित प्रतिनिधि के साथ प्रोटोकॉल के साथ व्यवहार करने से इनकार करना न केवल उस संसद का अपमान है बल्कि सांसद और उन्हें चुनने वाली जनता का भी अपमान है।
सुदामा प्रसाद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मांग करते हुए कहा, ''मुझे बुनियादी प्रोटोकॉल और सम्मान देने में भी विफल रहने के लिए डीएम के खिलाफ कार्रवाई करें और इसमें हस्तक्षेप करते हुए मेरे निर्वाचन क्षेत्र में लोकतंत्र और निर्वाचित प्रतिनिधि की गरिमा को पुनर्स्थापित किया जाए।
भोजपुर डीएम पर कार्रवाई के लिए सांसद ने गुरुवार (6 फरवरी) को लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने भोजपुर डीएम, आईएएस तनय सुल्तानिया पर न्यूनतम विशेषाधिकार के उल्लंघन और संसद के निर्वाचित सदस्य को दिए जाने वाले प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया है।
उन्होंने ये भी आरोप लगाया, ''हमने 7 दिसंबर 2024 को दिशा की बैठक में विकास की कई योजनाओं का लिस्ट दिया, 4 और 7 जनवरी 2025 को कई विकास योजनाओं की जानकारी के संबंध में पत्र दिया, लेकिन इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गई. हमने फिर 27 जनवरी 2025 को एक रिमाइंडर दिया लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया।