Bihar News: बिहार में बना देश का सबसे बड़ा बैटरी आधारित सोलर बिजली घर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे उद्घाटन जमुई में ट्रकों से अवैध वसूली करते 4 गिरफ्तार, कार-गहने-मोबाइल बरामद अब जल्द ही मेट्रो की आरामदायक यात्रा का आनंद लेंगे पटनावासी, डीएम ने सभी स्टेशनों पर पार्किंग स्पेस सुनिश्चित करने का दिया निर्देश BIHAR: दरभंगा में 29 करोड़ की लागत से खादी मॉल सह अर्बन हाट का निर्माण शुरू, मिलेगा रोजगार और पहचान Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों का तांडव, पूर्व मुखिया के भतीजे को गोलियों से भूना; हत्या की वारदात से हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों का तांडव, पूर्व मुखिया के भतीजे को गोलियों से भूना; हत्या की वारदात से हड़कंप वोटर अधिकार यात्रा बिहार और देश में परिवर्तन की शुरुआत: मुकेश सहनी वोटर अधिकार यात्रा बिहार और देश में परिवर्तन की शुरुआत: मुकेश सहनी Katihar Crime News: कटिहार पुलिस ने सतीश हत्याकांड का किया खुलासा, वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाश अरेस्ट Katihar Crime News: कटिहार पुलिस ने सतीश हत्याकांड का किया खुलासा, वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाश अरेस्ट
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 04 Apr 2025 06:53:32 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Bihar Land Survey: बिहार में अब विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत टोपोलैंड, यानि असर्वेक्षित ग्राम की श्रेणी में आने वाले राजस्व ग्रामों का भी सर्वे किया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार ने 20 जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों को पत्र भेजकर इसी माह से अविलंब सर्वे कार्य शुरू करने को कहा है। विभाग ने चयनित अंचलों के मानचित्र के आधार पर इसका अवलोकन कर, सर्वे कार्य शीघ्र शुरू करने का आदेश दिया है।
दरअसल, बांका के पांच प्रखंडों में भूमि सर्वेक्षण का काम अंतिम चरण में है जबकि 6 प्रखंड़ों में सर्वे का काम शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। 1.65 लाख से अधिक रैयतों ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन दिया है। इसी बीच अब विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत टोपोलैंड की श्रेणी में आने वाले राजस्व ग्रामों का भी सर्वे कराने का फैसला लिया गया है।
भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक ने इसको लेकर बांका समेत राज्य के 20 जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों को इसी महीने से सर्वे का काम शुरू करने का निर्देश दिया है। चयनित अंचलों के मैप के आधार पर सर्वे का काम शुरू करने को कहा गया है।
बता दें कि नदियों के किनारे की जमीनों को टोपोलैंड कहा जाता है। यह वैसी जमीन है जिसका कभी सर्वे नहीं कराया गया है। बारिश और बाढ़ के बाद नदियां अपना रास्ता कुछ वर्षों के बाद बदल लेती हैं, जिससे नए भूखंडों का निर्माण होता है, इसे ही टोपोलैंड कहा जाता है। अब ऐसी जमीनों का भी सर्वे होना है।