मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 30 Apr 2025 10:46:51 PM IST
ब्रॉन्ड के नाम पर दुकानदारी - फ़ोटो google
BANKA: बांका शहर के भारती निवास के समीप संचालित कथित 'कल्याण ज्वेलर्स' नामक ज्वेलरी दुकान पूरी तरह से फर्जी पाई गई है। बुधवार को प्रशासनिक छापामारी के दौरान इसका खुलासा हुआ, जब अधिकारियों ने खुद दुकानदार से ही दुकान के ऊपर लगे बोर्ड, पोस्टर और बैनर हटवाया। यह कार्रवाई एसडीओ अविनाश कुमार और एसडीपीओ बिपिन बिहारी की अगुवाई में फर्जी मेडिकल और क्लिनिक जांच अभियान के दौरान की गई।
छापामारी दल का ध्यान तब इस दुकान की ओर गया। जब प्रशासनिक अधिकारी पास ही एक फर्जी क्लिनिक की जांच कर रहे थे। संदेह के आधार पर जब अधिकारियों ने ज्वेलरी दुकान की जांच की, तो सामने आया कि यह प्रतिष्ठान 'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम और लोगो का अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहा था। संचालक ने बिना किसी अधिकारिक अनुमति के एक नामी ब्रांड की नकल कर दुकान संचालित की जा रही थी।
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले असली 'कल्याण ज्वेलर्स' की टीम ने इस फर्जी दुकान के खिलाफ कापीराइट उल्लंघन का मामला दर्ज कराया था। जांच में यह स्पष्ट हुआ था कि दुकान ने ब्रांड का लोगो, फान्ट और नाम हूबहू कापी कर लिया था। उस समय पुलिस ने संचालक को चेतावनी देते हुए बांड भरवाया था और भविष्य में इस नाम या लोगो का उपयोग न करने की सख्त हिदायत दी थी।
लेकिन चेतावनी के बावजूद जब दुकान में दोबारा वही ब्रांडिंग पाई गई, तो प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए मौके पर ही कार्रवाई की। अधिकारियों ने छत पर लगे बड़े बैनर को भी हटाने का निर्देश दिया है। वहीं संचालक प्रवीण कुमार ने बताया कि उनका नाम का पंजीयन किया गया है। जबकि लाइसेंस पिछले 1980 ई. से है। जबकि बिहार में इस ब्रांड की लांचिंग 2022 में हुई है। उन्होंने कोई नाम और लोगो का इस्तेमाल नहीं किया है। उनका इस नाम से सभी प्रकार की काजगत है। उनका लिखने का जरिया भी खुद का है।
बांका से सोंटी सोनम की रिपोर्ट