Raniganj BDO Arrested: अररिया में निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, BDO और कार्यपालक सहायक रिश्वत लेते गिरफ्तार

Raniganj BDO Arrested: अररिया के रानीगंज BDO रीतमलाल चौहान और कार्यपालक सहायक आदित्य प्रियदर्शी 1.5 लाख रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार। निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, पटना ले जाए गए।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 21 May 2025 07:00:36 AM IST

Raniganj BDO Arrested:

रानीगंज BDO रीतमलाल चौहान और कार्यपालक सहायक आदित्य प्रियदर्शी रिश्वत लेते गिरफ्तार - फ़ोटो Google

Raniganj BDO Arrested: बिहार के अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड में निगरानी विभाग ने 20 मई 2025 को भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) रीतमलाल चौहान और कार्यपालक सहायक आदित्य प्रियदर्शी को 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई रानीगंज के उप-प्रमुख कलानंद सिंह उर्फ कैलू की शिकायत पर की गई। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को विशेष निगरानी इकाई की टीम पटना ले गई, जहां उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


क्या है मामला?

रानीगंज के उप-प्रमुख कलानंद सिंह ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज की थी कि BDO रीतमलाल चौहान योजनाओं के तहत कार्य पूरा होने के बाद राशि स्वीकृति के लिए रिश्वत मांग रहे थे। उनके मुताबिक, पहले 25,000 रुपये की रिश्वत दी जा चुकी थी, लेकिन BDO ने इसके बाद 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की। शिकायत के आधार पर निगरानी विभाग ने त्वरित कार्रवाई की और रिश्वतखोरी का पर्दाफाश करने के लिए जाल बिछाया।


ऐसे फंसे

निगरानी विभाग की टीम, जिसका नेतृत्व डीएसपी चंद्रभूषण कर रहे थे, ने सोमवार को रानीगंज प्रखंड मुख्यालय पर छापेमारी की योजना बनाई। उप-प्रमुख कलानंद सिंह को BDO से संपर्क करने और रिश्वत की राशि देने के लिए कहा गया। BDO ने फोन पर निर्देश दिया कि 1.5 लाख रुपये कार्यपालक सहायक आदित्य प्रियदर्शी को सौंपे जाएं। जैसे ही कलानंद ने आदित्य को राशि दी और वह राशि BDO रीतमलाल चौहान तक पहुंची, निगरानी की टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस ऑपरेशन में डीएसपी चंद्रभूषण के साथ इंस्पेक्टर अजय सिंह, अविनाश कुमार, सब-इंस्पेक्टर सोनू कुमार, शकील अहमद, और त्रिपुरारी सिंह शामिल थे।


गिरफ्तारी के बाद विशेष निगरानी इकाई ने दोनों आरोपियों के खिलाफ SVU थाना कांड संख्या 06/25 दर्ज किया। मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। निगरानी विभाग ने दोनों को हिरासत में लेकर पटना के SVU कार्यालय में पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में रिश्वत की राशि की बरामदगी की पुष्टि हुई है।